केंद्रीय कैबिनेट ने 11.72 लाख रेलवे कर्मचारियों को दिया तोहफा, 2,028 करोड़ रुपये बोनस की दी मंजूरी

नई दिल्ली, 3 अक्टूबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को 11,72,240 रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों के उत्पादकता से जुड़े बोनस (पीएलबी) की मंजूरी दी है, जो 2,028.57 करोड़ रुपये है.

यह राशि विभिन्न श्रेणी के रेलवे कर्मचारियों को दिया जाएगा.

पीएलबी का भुगतान रेलवे कर्मचारियों को रेलवे के प्रदर्शन में सुधार की दिशा में काम करने और एक प्रोत्साहन के रूप में कार्य करता है.

कैबिनेट विज्ञप्ति में कहा गया है, “पात्र रेलवे कर्मचारियों को पीएलबी का भुगतान हर साल दुर्गा पूजा/दशहरा की छुट्टियों से पहले किया जाता है. इस साल भी, लगभग 11.72 लाख गैर-राजपत्रित रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों के वेतन के बराबर पीएलबी राशि का भुगतान किया जा रहा है.”

प्रति पात्र रेलवे कर्मचारी को देय अधिकतम राशि 78 दिनों के लिए 17,951 रुपये है.

2023-2024 में, भारतीय रेलवे ने 1,588 मिलियन टन का रिकॉर्ड माल लोड किया और लगभग 6.7 बिलियन यात्रियों को ले जाया गया.

कैबिनेट ने 2020-21 से 2025-26 तक प्रमुख बंदरगाहों और डॉक लेबर बोर्ड के कर्मचारियों/श्रमिकों के लिए मौजूदा उत्पादकता से जुड़े इनाम (पीएलआर) योजना में संशोधन को भी मंजूरी दे दी.

संशोधित योजना (2020-21 से 2025-26 तक लागू) से लगभग 200 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ प्रमुख बंदरगाह प्राधिकरणों के 20,704 कर्मचारियों और डॉक लेबर बोर्ड के कर्मचारियों को लाभ होगा.

बोनस की गणना के लिए पीएलआर की गणना वेतन सीमा 7,000 रुपये प्रति माह पर की गई है.

कैबिनेट के अनुसार, बंदरगाह विशिष्ट प्रदर्शन भार को 50 प्रत‍िशत से बढ़ाकर 55 प्रत‍िशत और फिर 60 प्रत‍िशत तक बढ़ाकर पीएलआर का भुगतान सालाना किया जाएगा.

सरकार ने कहा कि, अखिल भारतीय बंदरगाह प्रदर्शन भार भी 2025-26 तक की अवधि में 40 प्रत‍िशत तक कम हो जाएगा.

यह पीएलआर योजना बेहतर उत्पादकता को प्रोत्साहित करने के अलावा बंदरगाह क्षेत्र में बेहतर औद्योगिक संबंध और अनुकूल कार्य वातावरण को बढ़ावा देगी.

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