Ladki Bahin Yojana: महाराष्ट्र सरकार ने पूरा किया वादा, “माझी लड़की बहन” योजना के तहत ट्रांसफर की तीसरी किश्त

Ladki Bahin Yojana

महाराष्ट्र सरकार ने नवरात्रि और दशहरे के शुभ अवसर से पहले “मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन” योजना के तहत प्रदेश की पात्र महिलाओं के बैंक खातों में 1,500 रुपये की तीसरी किश्त जमा करना शुरू कर दिया है. यह योजना महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके परिवारों की वित्तीय सहायता के उद्देश्य से बनाई गई है. इस योजना के तहत अब तक तीन किश्तों में प्रत्येक महिला को कुल 4,500 रुपये का लाभ प्राप्त हो चुका है.

योजना का उद्देश्य और महत्व

“माझी लड़की बहिन” योजना का उद्देश्य राज्य की गरीब और जरूरतमंद महिलाओं को वित्तीय सहायता देकर उनकी और उनके परिवार की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में मदद करना है. इस योजना के अंतर्गत महिलाओं को सीधे उनके बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर किया जाता है, ताकि वे इस आर्थिक सहायता का उपयोग अपनी दैनिक जरूरतों, बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं और छोटे उद्यमों को शुरू करने के लिए कर सकें.

सरकार का मानना है कि यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने में मददगार होगी और उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाएगी. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में इस योजना को प्राथमिकता दी गई है, ताकि राज्य की हर गरीब महिला को इसका लाभ मिल सके.

योजना का बजट और प्रावधान

“मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन” योजना की घोषणा महाराष्ट्र सरकार ने अपने वित्तीय बजट 2024 में की थी. इस योजना के तहत 46 हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है, जो राज्य की महिलाओं को दी जाने वाली वित्तीय सहायता के लिए सुनिश्चित किया गया है. इस योजना का मुख्य लक्ष्य महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत करना और उन्हें परिवार का एक सशक्त सदस्य बनाना है.

विरोध और चुनौतियां

योजना की शुरुआत से ही विपक्ष ने इस पर सवाल उठाए और इसे अव्यवहारिक बताया. विपक्ष ने यह तंज कसा कि योजना अधिक दिनों तक नहीं चलेगी और महिलाओं को पैसा मिलने में बाधाएं आएंगी. उन्होंने इसे “अस्थिर योजना” करार दिया और इसके खिलाफ नकारात्मक अभियान भी चलाया.

विपक्ष द्वारा तकनीकी बाधाएं उत्पन्न करने और गलत सूचनाएं फैलाने के बावजूद, राज्य सरकार ने इस योजना को सफलतापूर्वक लागू किया. विपक्ष ने योजना की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए दावा किया कि सरकार इसे जारी नहीं रख पाएगी, लेकिन सरकार ने ऑफलाइन पंजीकरण जैसी प्रक्रिया अपनाई, जिससे योजना की पारदर्शिता सुनिश्चित हो सकी.

महिलाओं की भारी प्रतिक्रिया

सरकार ने शुरुआत में पंजीकरण की अंतिम तारीख 31 जुलाई 2024 तय की थी, लेकिन महिलाओं की जबरदस्त प्रतिक्रिया को देखते हुए इसे 31 अगस्त तक बढ़ा दिया गया. आज तक इस योजना के तहत 1.5 करोड़ से अधिक महिलाओं ने रजिस्ट्रेशन कराया है और उन्हें इस योजना का लाभ मिल रहा है.

योजना के प्रति महिलाओं की बढ़ती रुचि और समर्थन से स्पष्ट होता है कि सरकार की यह पहल महिलाओं को सशक्त बनाने में कितनी कारगर साबित हो रही है. इस योजना ने राज्य भर की महिलाओं के बीच न केवल विश्वास की भावना बढ़ाई है, बल्कि उनके आर्थिक और सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है.

सरकार का अटल वादा

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और वित्त मंत्री अजीत पवार ने इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए अपनी प्रतिबद्धता जताई है. उन्होंने वादा किया है कि “माझी लड़की बहिन” योजना भविष्य में भी बिना किसी बाधा के जारी रहेगी और हर पात्र महिला को इसका लाभ मिलता रहेगा.

सरकार की यह पहल महिलाओं के सशक्तिकरण के साथ-साथ राज्य के समग्र विकास के लिए भी महत्वपूर्ण है. इस योजना के जरिए महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता मिल रही है, जिससे वे अपने परिवार की भलाई और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं.

निष्कर्ष

“मुख्यमंत्री माझी लड़की बहिन” योजना महाराष्ट्र सरकार की महिलाओं के प्रति सशक्तिकरण और परिवार कल्याण की प्रतिबद्धता का प्रतीक है. यह योजना न केवल महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान कर रही है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और सशक्त बनने के लिए प्रेरित कर रही है. सरकार की ओर से इस योजना को दी जा रही निरंतरता और समर्थन इसे भविष्य में भी सफल बनाएगा, जिससे राज्य की महिलाएं अपने और अपने परिवार के जीवन को बेहतर बनाने में सक्षम होंगी.

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