पटना, 3 अक्टूबर . राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश महासचिव पंकज यादव को गोली मारे जाने पर कांग्रेस सांसद मनोज कुमार ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं.
उन्होंने नीतीश सरकार की कार्यशैली पर तंज कसते हुए कहा, “अरे आप क्या कह रहे हैं? ये सब तो राजद और कांग्रेस के शासनकाल में होता था. लेकिन, अब ये सब क्यों हो रहा है. अभी तो सुशासन होना चाहिए ना, तो फिर ऐसा क्यों हो रहा है.”
उन्होंने कहा, “प्रदेश में हत्या चरम पर है. अपराधी खुलेआम अपने नापाक इरादों को अंजाम दे रहे हैं. सरकार की मजबूरी देखिए कि वो किसी भी अपराधी के खिलाफ कोई भी कानूनी कार्रवाई करने की स्थिति में नजर नहीं आ रही है. कानून-व्यवस्था की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. माफिया, दरिंदे और हत्यारों का मनोबल अपने चरम पर है. प्रदेश में कहीं पर भी कानून का इकबाल नजर नहीं आ रहा है. अच्छे और ईमानदार लोगों को सरेआम गोली मारी जा रही है, लेकिन मजाल है कि सरकार अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने की जुर्रत करे.”
कांग्रेस सांसद ने कहा, “यह कोई इकलौती घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले भी सासाराम में एक होम गार्ड को गोली मारी गई थी. भभुआ में एक बच्चे पर चाकू से हमला कर दिया गया. कहने का मतलब है कि प्रत्येक दिन बिहार में यह सब घट रहा है. मैं नीतीश कुमार से निवेदन करना चाहता हूं कि वो प्रदेश में कानून का इकबाल स्थापित करें और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें, ताकि बिहार में ऐसी स्थिति फिर कभी पैदा ना हो. लेकिन मुझे यह कहते हुए अफसोस हो रहा है कि मुख्यमंत्री साहब अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने में लगातार ढुलमुल रवैया अख्तियार करते हुए नजर आ रहे हैं, जिसे अब हम किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं कर सकते हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “मैं नीतीश कुमार से कहना चाहूंगा कि वो प्रशासन के खिलाफ सख्त रवैया अपनाएं. प्रशासन लूट-खसोट में लगा हुआ है. अगर प्रशासन के खिलाफ सख्त रुख अख्तियार नहीं किया गया, तो बिहार में इसी तरह से आपराधिक घटनाओं में तेजी देखने को मिलेगी. बिहार की मौजूदा स्थिति ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है.”
बता दें कि बिहार के मुंगेर में गुरुवार मॉर्निंग वॉक पर निकले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश महासचिव पंकज यादव को गोली मार दी गई. इसके बाद उन्हें नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया गया. जहां उनका उपचार चल रहा है, लेकिन उन्हें गोली किसने और क्यों मारी? यह अभी तक पता नहीं चल पाया है.
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एसएचके/केआर