सहयोग और आपसी समझ बढ़ाने ईरान पहुंचे भारतीय नौसैनिक जहाज 

नई दिल्ली, 1 अक्टूबर . भारत ने ईरान के साथ सहयोग और आपसी समझ को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इसके तहत भारतीय नौसेना के जहाज आईएनएस तीर, आईएनएस शार्दुल और तटरक्षक बल का जहाज ‘वीरा’ ईरान पहुंचा है. ये देश के प्रथम प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) के जहाज हैं.

फारस की खाड़ी में लंबी दूरी की प्रशिक्षण तैनाती के अंतर्गत ये भारतीय समुद्री जहाज ईरान के बंदरगाह शहर बंदर अब्बास पहुंच गए हैं. इससे पहले ईरानी प्रशिक्षण बेड़े के जहाज बुशहर और टोनब ने प्रशिक्षण गतिविधियों के हिस्से के रूप में मार्च, 2024 में मुंबई का दौरा किया था.

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक भारतीय नौसेना और तटरक्षक दल के जहाजों की यह यात्रा समुद्री सहयोग को विस्तारित करने और आपसी समझ को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.

यात्रा के दौरान, भारतीय नौसेना और ईरानी नौसेना के बीच समुद्री सुरक्षा तथा पारस्परिक कार्य संचालन क्षमता बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा. नौसैनिक और नौसैनिक जहाज ईरान में कई महत्वपूर्ण गतिविधियों में शामिल होंगे.

भारतीय जहाजों को ईरान की ‘आईआरआई नौसेना’ के जहाज ज़ेरेह के मार्गदर्शन में बंदरगाह तक ले जाया गया. ईरानी और भारतीय नौसेना के गणमान्य अधिकारियों द्वारा जेटी पर उनका औपचारिक स्वागत किया गया.

भारत और ईरान के बीच सदैव से ही महत्वपूर्ण संबंध रहे हैं. दोनों देशों के बीच व्यावसायिक गतिविधियां भी होती रही हैं. इन जहाजों के प्रवास के दौरान व्यावसायिक आदान-प्रदान, अंतर-प्रशिक्षण दौरे, मैत्रीपूर्ण खेल कार्यक्रम और समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) की योजना बनाई गई है.

ईरानी नौसेना के जहाज डेना ने फरवरी, 2024 में बहुपक्षीय नौसेना ‘अभ्यास मिलन’ में भारतीय नौसेना के साथ अभ्यास में भाग लिया था. भारतीय समुद्री जहाजों की यह वर्तमान यात्रा, सागर क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा एवं विकास से संबंधित है. यह यात्रा इसी दृष्टिकोण के अनुरूप क्षेत्रीय देशों के साथ समुद्री सहयोग के उद्देश्य के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को उजागर करती है.

जीसीबी/एबीएम