रांची, 1 अक्टूबर . झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार ने चुनाव के ठीक पहले करीब 30 हजार जलसहिया को मिलने वाले मानदेय में दोगुनी बढ़ोतरी कर दी है. अब उन्हें प्रतिमाह 1,000 की जगह 2,000 रुपए मिलेंगे. इसके अलावा प्रत्येक को स्मार्टफोन के लिए 12 हजार रुपये दिए जाएंगे.
मंगलवार को रांची में राज्य भर की जलसहिया महिलाओं के सम्मेलन में सीएम हेमंत सोरेन ने प्रतीकात्मक रूप से दस महिलाओं को स्मार्टफोन के लिए राशि का चेक प्रदान किया. सम्मेलन को संबोधित करते हुए सोरेन ने कहा कि हम राज्य की माताओं और बहनों को सशक्त कर रहे हैं. अलग-अलग तरह से हम महिला समूहों को स्वावलंबी बनाने में जुटे हैं. बीते चार सालों में हमने सखी मंडल की दीदी और बहनों को 12 हजार करोड़ की राशि उपलब्ध कराई है. वहीं, पूर्व की सरकार में इन महिला समूहों को सिर्फ 600 करोड़ ही मिले थे. हमारा मानना है कि जब गांव मजबूत होगा, तभी राज्य मजबूत होगा और जब राज्य मजबूत होगा तभी देश मजबूत होगा.
उन्होंने कहा कि जल सहिया दीदियों की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार ने उठाई है और इसमें केंद्र सरकार ने कोई मदद नहीं की है. उम्मीद है कि आप भी राज्य सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलेंगी. हमारी एक संवेदनशील सरकार है और यह विशुद्ध रूप से राज्य के आदिवासियों और मूलवासियों की सरकार है.
हेमंत सोरेन ने केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के 80 फीसद लोग सरकार के अनाज पर जिंदा हैं और केंद्र की भाजपा सरकार विकसित भारत का भजन-कीर्तन करती है. वे लोग देश को मजबूत करने की बात करते हैं, पर जब गांव की स्थिति ही मजबूत नहीं है, तो देश मजबूत कैसे होगा.
इससे पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बोकारो में 500 बेड के मेडिकल कॉलेज और तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन ललपनिया में 50 मेगावाट के सौर ऊर्जा प्लांट का शिलान्यास किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारे मंत्रिमंडल के साथी रहे दिवंगत जगरनाथ महतो के नाम पर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की आधारशिला रखी गई है. कोरोना से लड़ते-लड़ते उनका निधन हुआ था. मुझे उम्मीद है कि आने वाले समय में यह कॉलेज जनता की सेवा कर मिसाल स्थापित करेगा.
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एसएनसी/एबीएम