नई दिल्ली, 1 अक्टूबर . लेबनान में इजरायल के हवाई हमले से हिजबुल्ला नेता हसन नसरल्ला और उनकी बेटी की मौत हो गई थी. इस पर पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती की बेटी इल्तिजा मुफ्ती ने हसन नसरल्ला और लेबनान व गाजा में मारे गए लोगों को शहीद बताया है. उनके इस बयान की भाजपा नेता शाजिया इल्मी ने आलोचना की है.
उन्होंने से बात करते हुए कहा, “यह बहुत अफसोस की बात है कि वे कश्मीर की स्थिति को एक अंतरराष्ट्रीय रंग देने की कोशिश कर रही हैं. कश्मीर की तुलना गाज़ा से करना गलत है. कहां हमारा कश्मीर और कहां गाजा? इस समय, जब चुनाव का संवेदनशील दौर है, इल्तजा जैसी लोगों द्वारा धार्मिक उन्माद को भड़काने की कोशिश करना ठीक नहीं है. हर किसी का अपनी राय रखने का हक है, लेकिन चुनाव के समय में ऐसी बातें करना बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना है.”
उन्होंने कहा, “ इल्तिजा जैसे लोग शाही खानदान से आते हैं. ये लोग जब भी दंगे, दहशतगर्दी या आतंकवाद की बातें करते हैं, उन्हें कभी कोई नुकसान नहीं होता. ऐसे बयानों से केवल गरीब और साधारण परिवार ही प्रभावित होते हैं. अगर उन्माद फैला, तो इसकी चपेट में वही लोग आएंगे. इसलिए मैं चाहती हूं कि वे इस अंतरराष्ट्रीय घटना को देश की राजनीति से जोड़ने के बजाय अपने देशवासियों की भलाई पर ध्यान दें. इल्तिजा मुफ्ती और उनके परिवार को यह बताना चाहिए कि उन्होंने कश्मीर के लिए क्या किया है. क्या उन्होंने दहशतगर्दी, पत्थरबाजी या अलगाववाद को खत्म करने के लिए कोई कदम उठाया है? ऐसे अवसरों पर जज़्बातों के साथ खेलना और धार्मिक उन्माद फैलाना ठीक नहीं है. हमें कश्मीर और जम्मू के साधारण लोगों के भविष्य को सुरक्षित रखने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए, न कि इस तरह की गंदगी राजनीति में लाना चाहिए. वह जम्मू-कश्मीर के आम लोगों को बख्श दें. हमारे प्रधानमंत्री राज्य के लोगों के अच्छे भविष्य के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं. वह राज्य के लोगों को ऐसी राजनीति से बख्श दें.”
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पीएसएम/