बेरूत, 1 अक्टूबर . लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने कहा कि उनका देश अपनी दक्षिणी सीमा पर इजरायल के साथ तनाव कम करने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव 1701 को लागू करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि यह घोषणा इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच युद्ध विराम के लिए अंतरराष्ट्रीय अपील के जवाब में की गई.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, संसद अध्यक्ष नबीह बेरी से मुलाकात के बाद मिकाती ने सोमवार को कहा कि लेबनान संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों के साथ समन्वय में लिटानी नदी के दक्षिण में अपनी सेना तैनात करने के लिए तैयार है.
2006 में पारित ‘संकल्प 1701’ के साथ इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच 33 दिनों तक चला युद्ध खत्म हुआ था. इसमें शत्रुता समाप्त करने और लेबनान से इजरायल की वापसी आह्वान किया गया था. साथ ही इसमें लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल (यूएनआईएफआईएल) को मजबूत करने का भी जिक्र शामिल था ताकि लेबनानी सेना के साथ युद्ध विराम की निगरानी की जा सके.
प्रस्ताव लेबनान-इजरायल सीमा और लिटानी नदी के बीच एक असैन्यीकृत क्षेत्र स्थापित करने की बात करता है ताकि केवल लेबनानी सेना और संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल को ही इस क्षेत्र में हथियार रखने की अनुमति मिले.
इजरायल ने हिजबुल्लाह पर प्रस्ताव का उल्लंघन करने और लिटानी नदी के दक्षिण में सैनिकों को तैनात करने का आरोप लगाया है.
बता दें इजरायल ने लेबनान में जमीनी सैन्य ऑपरेशन शुरू कर दिया है. इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के खिलाफ अपने अभियान को ‘सीमित, स्थानीय और लक्षित’ जमीन अभियान बताया है.
बीबीसी की मगंलवार की एक रिपोर्ट के मुताबिक लेबनान में अधिकारियों का कहना है कि पिछले दो सप्ताह में 1,000 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि लगभग दस लाख लोग विस्थापित हो सकते हैं.
सोमवार को हिजबुल्लाह के उप नेता नईम कासिम ने कहा कि उनका ग्रुप इजरायल के जमीनी हमले के लिए तैयार है और विजेता बनकर उभरेगा.
बता दें 23 सितंबर से, इजरायल ने लेबनान में हवाई हमले तेज कर दिए. शुक्रवार को बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में एक महत्वपूर्ण हमले में हुई, जिसमें हिज्बुललाह चीफ हसन नसरल्लाह और उनके कई सहयोगी मारे गए.
8 अक्टूबर, 2023 को हिजबुल्लाह ने गाजा में हमास के प्रति एकजुटता जाहिर करते हुए इजरायल पर रॉकेट दागने शुरू किए थे. नवीनतम घटनाक्रम इसी संघर्ष का विस्तार है.
–
एमके/