चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ : गौरवशाली उपलब्धियां और भविष्य की संभावनाएं

बीजिंग, 29 सितंबर . ‘चीन तभी अच्छा कर सकता है, जब दुनिया अच्छा कर रही हो. जब चीन अच्छा करेगा, तो दुनिया और भी बेहतर होगी.’ चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 2023 में आयोजित तीसरे बेल्ट एंड रोड फ़ोरम में अपने मुख्य भाषण में यह बात कही.

चीन लोक गणराज्य की स्थापना की 75वीं वर्षगांठ एक विशाल जहाज की छवि को दर्शाती है, जिसमें 1.4 अरब यात्री सवार हैं और जो कभी तूफ़ानी मौसम में और कभी शांत पानी में नौकायन कर रहा है, और कप्तान लगातार दिशा-निर्देशों को गंतव्य की दिशा में रख रहा है.

इस मामले में गंतव्य, नए चीन की स्थापना की 100वीं वर्षगांठ यानी 2049 तक चीनी राष्ट्र का कायाकल्प है. जबकि, जहाज वहां से नए और अधिक आकर्षक गंतव्यों की ओर अपनी यात्रा जारी रखेगा, अब तक की इसकी यात्रा पहले से ही एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जिसकी इतिहास में कोई मिसाल नहीं है.

चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 20वीं केंद्रीय समिति के तीसरे पूर्ण अधिवेशन के नतीजों ने दिखाया कि कैसे देश के नेतृत्व ने चुनौतियों पर काबू पाते हुए देश के जहाज को एक गंतव्य से दूसरे गंतव्य तक पहुंचाया और सभी मामलों में एक समृद्ध समाज के निर्माण के रास्ते पर तमाम उपलब्धियां हासिल की.

इस दौरान, वायु, जल और मृदा प्रदूषण और असंतुलित शहरी और ग्रामीण विकास सहित कई आंतरिक समस्याएं उभरी हैं. अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर, वैश्विक वित्तीय संकट, कोविड-19 महामारी, रूस-यूक्रेन संघर्ष और वैश्विक मुद्रास्फीति संकट जैसे बड़े संकट ऐसे गंभीर अवरोध रहे हैं, जिनका सामना जहाज को करना पड़ा. लेकिन, यह कभी भी अपने रास्ते से नहीं हटा. यह भी उतना ही आश्चर्यजनक है कि चीन अपने पड़ोसियों या यहां तक कि उन लोगों के साथ युद्ध किए बिना आर्थिक और राजनीतिक रूप से इतनी वैश्विक प्रमुखता तक पहुंच गया है, जो देश को खतरा और प्रतिद्वंद्वी मानते हैं.

इसके विपरीत, चीन के उदय ने वैश्विक स्थिरता में योगदान दिया है. दुनिया को सामंजस्य स्थापित करने और एक समग्र संरचना बनाने के चीनी दर्शन से लाभ होता है, जिसके भीतर कई विविध मुद्दों को हल किया जा सकता है. चीनी नेताओं ने हाल ही में दोहराया कि देश को एक स्वतंत्र और शांतिपूर्ण विदेश नीति का पालन करना चाहिए, मानव जाति के लिए साझा भविष्य के साथ एक समुदाय बनाने में मदद करनी चाहिए, मानवीय मूल्यों का सम्मान करना चाहिए और वैश्विक विकास पहल, वैश्विक सुरक्षा पहल और वैश्विक सभ्यता पहल के साथ-साथ बेल्ट एंड रोड पहल को बढ़ावा देना चाहिए.

चीन इस बात से अच्छी तरह वाकिफ है कि इसकी वर्तमान और भविष्य की समृद्धि अफ्रीकी देशों सहित अन्य देशों की समृद्धि पर निर्भर करती है, लेकिन वैश्विक शांति और स्थिरता पर भी उतनी ही महत्वपूर्ण है. चीन हाल के दशकों में तेजी से आगे बढ़ा है, लेकिन आगे बढ़ते रहने के लिए, इसे बाकी दुनिया से जुड़ने की जरूरत है.

(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)

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