कानपुर, 29 सितंबर . इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 सीजन से पहले अपने सबसे बड़े बदलावों में से एक के लिए तैयार है. टूर्नामेंट का संचालन करने वाली संस्था रविवार को बेंगलुरु में होने वाली वार्षिक आम बैठक (एजीएम) में रिटेंशन नियमों में बड़े बदलाव को मंजूरी दे सकती है.
को पता चला है कि 10 आईपीएल टीमों से प्रत्येक में अधिकतम पांच खिलाड़ियों (3 भारतीय और 2 विदेशी) को बनाए रखने की उम्मीद है, साथ ही ‘आईपीएल 2025’ की नीलामी के दौरान एक राइट-टू-मैच (आरटीएम) कार्ड का उपयोग करने का विकल्प भी होगा.
अगर इसे मंजूरी मिल जाती है, तो यह आईपीएल के इतिहास में पिछले सीजन की सीमाओं को पार करते हुए रिटेंशन की सबसे अधिक संख्या होगी. आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल जल्द ही इन नियमों को अंतिम रूप देगी, जिसकी आधिकारिक घोषणा 2025 सीजन के लिए मेगा नीलामी से पहले होने की उम्मीद है.
सूत्रों ने को यह भी बताया कि आरटीएम कार्ड का इस्तेमाल पिछली बार 2018 की मेगा नीलामी में किया गया था, वो वापस आ सकता है. यह कार्ड फ्रेंचाइजी को नीलामी के दौरान किसी अन्य टीम द्वारा की गई उच्चतम बोली से मेल करके अपने खिलाड़ियों को वापस खरीदने की अनुमति देता है. यह भी स्पष्ट नहीं है कि आईपीएल विदेशी रिटेंशन पर कोई सीमा लगाएगा या नहीं.
आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में फ्रेंचाइजी पर्स कैप लगभग 120-150 करोड़ रुपये होने की संभावना है.
प्रत्येक खिलाड़ी को रिटेन करने के लिए टीम के पर्स से काटी जाने वाली निश्चित राशि की भी अभी पुष्टि होनी बाकी है. इससे यह निर्धारित होगा कि नीलामी के दौरान नए खिलाड़ियों के लिए बोली लगाने के लिए टीमों के पास कितना बजट बचेगा. पिछली नीलामी में, रिटेंशन स्लैब रिटेन किए गए खिलाड़ियों की संख्या के आधार पर अलग-अलग थे, जिसमें अधिक रिटेंशन के लिए अधिक कटौती होती थी.
पहले, अनकैप्ड खिलाड़ी रिटेंशन फीस 4 करोड़ रुपये निर्धारित की गई थी. धोनी या उनके जैसे अन्य खिलाड़ियों को अनकैप्ड के रूप में कैटिगराइज्ड करके, फ्रैंचाइजी अपने स्टार्स प्लेयर्स को बहुत कम कीमत पर प्रभावी रूप से रिटेन कर सकती हैं, जिससे उन्हें नीलामी में पर्याप्त लाभ मिलेगा.
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