चेन्नई, 28 सितंबर . टाटा मोटर्स ने शनिवार को तमिलनाडु में 9,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखी. इसके जरिए टाटा मोटर्स जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) के लिए नेक्स्ट जनरेशन के वाहनों का निर्माण और निर्यात करेगी.
तमिलनाडु के रानीपेट जिले के पनपक्कम में स्थित यह परियोजना भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों बाजारों की जरूरतों को पूरा करेगी. टाटा मोटर्स इस परियोजना के माध्यम से 5,000 से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करेगी.
टाटा मोटर्स समूह इस ग्रीनफील्ड विनिर्माण केंद्र में 9,000 करोड़ रुपये का निवेश करने का इरादा है. इस परियोजना को 250,000 से अधिक वाहनों की वार्षिक उत्पादन क्षमता के लिए डिजाइन किया गया है.
उल्लेखनीय है कि उत्पादन चरणबद्ध तरीके से होगा और 5-7 वर्षों में अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने के लिए उत्तरोत्तर वृद्धि की जाएगी.
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि टाटा समूह राष्ट्र निर्माण में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध है. मुख्यमंत्री ने कहा, “हम वैश्विक स्तर की ऑटो निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स का रानीपेट के पनपक्कम में नवीनतम विनिर्माण परियोजना स्थापित करने के लिए स्वागत करते हैं.”
इस विनिर्माण केंद्र में 5,000 से अधिक रोजगार के अवसर (प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष) सृजित होंगे.
इसके अलावा, कंपनी ने कहा कि संयंत्र के संचालन के लिए 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग किया जाएगा. टाटा संस के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने कहा कि अब उनका इरादा यहां अत्याधुनिक विनिर्माण प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल कर एक उन्नत वाहन कंपनी बनाने का है.
चंद्रशेखरन ने कहा, “हमें पनपक्कम को अपनी नेक्स्ट जनरेशन की कारों और एसयूवी का केंद्र बनाने की खुशी है, इसमें इलेक्ट्रिक और लग्जरी वाहन शामिल हैं. तमिलनाडु प्रगतिशील नीतियों वाला एक अग्रणी औद्योगिक राज्य है और योग्य और प्रतिभाशाली कार्यबल के साथ एक स्थापित ऑटोमोटिव हब है.”
इस वर्ष मई में, टाटा मोटर्स के स्वामित्व वाली जेएलआर ने कहा था कि वह रेंज रोवर स्पोर्ट के साथ-साथ फ्लैगशिप रेंज रोवर मॉडल की असेंबलिंग पहली बार भारत में शुरू करने की योजना बना रही है. इससे कीमतों में काफी कमी आएगी.
वहीं टाटा मोटर्स के पुणे प्लांट में फिलहाल रेंज रोवर वेलार, रेंज रोवर इवोक, जगुआर एफ-पेस और डिस्कवरी स्पोर्ट मॉडल का निर्माण होता है.
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आरके/