दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए आईबीसीए विश्व जूनियर और महिला शतरंज चैंपियनशिप की मेजबानी करने वाला पहला एशियाई देश बना भारत

बेंगलुरु , 27 सितंबर अखिल भारतीय दृष्टिबाधित शतरंज महासंघ (एआईसीएफबी) 28 सितंबर से 6 अक्टूबर तक चांसरी पैवेलियन होटल में दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए आईबीसीए विश्व जूनियर और विश्व महिला शतरंज चैंपियनशिप के 12वें संस्करण की मेजबानी करने जा रहा है.

यह पहली बार है कि दृष्टिबाधित व्यक्तियों के लिए विश्व जूनियर और महिला शतरंज चैंपियनशिप यूरोप के बाहर आयोजित की जा रही है और भारत को इस आयोजन की मेजबानी करने वाला पहला एशियाई देश चुना गया है.

इस आयोजन में पूर्व विश्व चैंपियन, अंतर्राष्ट्रीय मास्टर्स और फिडे-रेटेड खिलाड़ी इस आयोजन में अपने-अपने देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे.

इस रोमांचक टूर्नामेंट में यूएसए, स्वीडन, पोलैंड, यूक्रेन और कई अन्य देशों के कुल 32 खिलाड़ी भाग लेंगे. एशियाई पैरा खेलों में पदक जीतने वाली भारत की मेघा चक्रवर्ती और तिजान गवार के साथ ही अन्य जूनियर और महिला खिलाड़ी भी इसमें भाग लेंगी और अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी.

पिछले 26 वर्षों में भारत ने दो ओलंपियाड, छह विश्व शतरंज चैंपियनशिप, 10 विश्व जूनियर, चार महिला विश्व चैंपियनशिप, चार विश्व कप टीम स्पर्धाओं और तीन अंतरराष्ट्रीय ओपन टूर्नामेंटों में भाग लिया है.

अखिल भारतीय दृष्टिहीन शतरंज महासंघ के अध्यक्ष चारुदत्त जाधव ने कहा, “इस आयोजन की मेजबानी करना हमारे लिए सम्मान की बात है, जहां हम न केवल दृष्टिबाधित खिलाड़ियों की असाधारण प्रतिभा का जश्न मनाते हैं, बल्कि दुनिया भर में शतरंज समुदाय को भी मजबूत करते हैं. हम अगले कुछ दिनों में होने वाले कुछ सनसनीखेज मैचों और व्यक्तिगत कहानियों का इंतजार कर रहे हैं.”

जाधव खुद एक शतरंज चैंपियन हैं और वर्ष के सर्वश्रेष्ठ विकलांग कर्मचारी के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता हैं. उन्होंने “टॉक64” विकसित किया है, जो एक भाषण-सक्षम शतरंज सॉफ्टवेयर है जिसे उन्होंने चैटिंग के लिए सटीक रूप से डिजाइन किया है: रेडियो शतरंज, दृष्टिबाधित शतरंज के लिए दुनिया का पहला समर्पित इंटरनेट रेडियो.

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