रांची, 26 सितंबर . झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की तुलना “चूहों” से की और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आरएसएस पर चुनावी लाभ के लिए राज्य में सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया. इसे लेकर राज्यसभा सदस्य सह झारखंड से भाजपा के प्रदेश महामंत्री आदित्य साहू ने प्रतिक्रिया दी है.
उन्होंने मुख्यमंत्री के बयान के बारे में पूछे जाने पर से बात करते हुए कहा, “देश विरोधी ताकतें इनके लिए बहुत अच्छी हैं? जो समाज को तोड़ने का काम करते हैं, जो समाज की बहू-बेटियों को बहला-फुसलाकर उनके साथ अवैध संबंध बनाते हैं, जो उनसे शादी करके यहां की डेमोग्राफी बदलते हैं, वे लोग बहुत अच्छे हैं?”
भाजपा और आरएसएस का बचाव करते हुए उन्होंने कहा कि आरएसएस समर्पण की भावना से देश की सेवा और राष्ट्र निर्माण के लिए काम करता है. जो लोग इस देश के जरूरतमंद लोगों के बीच जाकर उनके लिए काम करते हैं, “उन्हें चूहे और बिल्ली कहा जा रहा है”.
उन्होंने आगे कहा कि झारखंड के सीएम हेमंत सोरेन सत्ता के नशे में चूर हैं. और वह कुछ भी बोल रहे हैं. आने वाले दिनों में वह और भी बोलेंगे, क्योंकि उन्हें सत्ता जाने का डर है. उन्हें डर है कि कहीं सत्ता उनके हाथ से न निकल जाए. इसलिए वह इस तरह की भाषा और बातें कर रहे हैं. पिछले पांच साल में सत्ता में बैठे लोगों ने झारखंड को लूट का अड्डा बना दिया है. अब झारखंड की जनता उन्हें सत्ता और सरकार से बेदखल करने के लिए तैयार है.
साहिबगंज जिले के भोगनाडीह में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सोरेन ने दावा किया कि भाजपा हिंदू और मुस्लिम समुदायों के बीच नफरत के बीज बो रही है. सोरेन ने कहा था, “आरएसएस राज्य में चूहों की तरह घुसपैठ करके इसे बर्बाद कर रहा है. जब आप उन्हें ‘हुंडिया’ और ‘दारू’ के साथ गांवों में घुसते देखें, तो उन्हें भगा दें, वे चुनाव से पहले राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक अशांति और तनाव पैदा करना चाहते हैं.”
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आरके/एकेजे