चंपई सोरेन पर हमारे आदिवासी भाई-बहन कैसे विश्वास करें : मृत्युंजय तिवारी

पटना, 26 सितंबर . झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की सुरक्षा में लगे वाहनों को राज्य सरकार ने वापस ले लिया है. से गुरुवार को बातचीत के दौरान आरजेडी नेता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, चंपई सोरेन अभी भाजपा में शामिल हुए हैं. दो महीने पुराने उनके बयानों को देख लीजिए. झारखंड के हमारे आदिवासी भाई-बहन उनके बातों पर कैसे विश्वास करे.

बता दें कि चंपई सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. पोस्ट में उन्होंने लिखा, सभी नियमों एवं प्रोटोकॉल को दरकिनार करते हुए राज्य सरकार ने मेरी सुरक्षा में लगे वाहनों को वापस बुला लिया है. झारखंड में अपने लोगों के बीच मुझे किसी भी प्रकार की सुरक्षा की जरूरत नहीं है. एक पूर्व सीएम की सुरक्षा से खिलवाड़ की इस राजनीतिक साजिश का जवाब राज्य की जनता देगी.

चंपई सोरेन ने दूसरे पोस्ट में लिखा, रात ढल रही है लेकिन इसके बावजूद साथ चल रहे इन हजारों लोगों की आंखों में एक उम्मीद एवं परिवर्तन की किरण दिखाई दे रही है. इन्हें आशा ही नहीं, बल्कि पूरा विश्वास है कि इस अंधेरी रात के बाद, एक नया सवेरा आएगा, जो झारखंड को विकास की नई राह पर ले जाएगा. राज्य में एक ऐसी सरकार बनेगी, जो आदिवासियों, मूलवासियों, महिलाओं, युवाओं एवं यहां रहने वाले उन गरीबों, आम लोगों को आगे बढ़ाने का काम करेगी, जिन्होंने इस नए राज्य के साथ, अपने बेहतर भविष्य के सपने देखे थे.

वहीं, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भाजपा आरएसएस की तुलना चूहे से की है. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, यह तो भाजपा आरएसएस का चरित्र रहा है. हिन्दू, मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद पर ही भाजपा और आरएसएस के लोग सियासत करते हैं. हेमंत सोरेन की बातों का मैं समर्थन करता हूं.

हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया. उन्होंने लिखा, ये डेमोग्राफी खराब करने और बांग्लादेशी घुसपैठिए की बात करेंगे. मैं उनको कहना चाहूंगा कि जाकर भारत सरकार का आंकड़ा निकालकर देख लें कि कौन से जिले, कौन से राज्य में, किस तरह से आंकड़ों में बदलाव हुआ है. जहां लोग एक साथ अमन चैन से रहते हैं, वह इनको अच्छा नहीं लगता है.

यह आरएसएस के लोग चूहे की तरह अंदर तक घुसकर हमारे समाज को तोड़ने का काम करेंगे. इन्हें भी आप लोगों को पहचान कर रखने की जरूरत है ताकि आने वाले चुनाव में हमारे लोगों से कोई गलती ये लोग ना करा सकें. मिलकर इन्हें करारा जवाब देना है.

डीकेएम/जीकेटी