दिल्ली विश्वविद्यालय में निष्पक्ष और पारदर्शी छात्र संघ चुनावों की मांग 

नई दिल्ली, 26 सितंबर . दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव से ठीक कुछ घंटे पहले छात्र संगठनों ने निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की अपील की है. नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन और दिल्ली पुलिस से छात्र संघ चुनावों में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने की अपील की है.

एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी ने चुनावों में जीत का भरोसा जताते हुए कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि वे इस चुनाव को 4-0 से जीतेंगे. दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव 27 सितंबर को होने हैं.

चौधरी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े सदस्यों की चुनाव अधिकारियों के रूप में नियुक्ति का आरोप लगाया है. उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन और स्थानीय अधिकारियों से निष्पक्ष रवैया अपनाने की अपील की.

चौधरी ने कहा, “मैं दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन से अपील करता हूं कि चुनाव प्रक्रिया निष्पक्ष होनी चाहिए. हमने देखा है कि कई बीजेपी-आरएसएस से जुड़े प्रोफेसर चुनावों को प्रभावित करने का प्रयास कर रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि एनएसयूआई का लक्ष्य छात्रों की प्रमुख समस्याओं, जैसे फीस वृद्धि, बुनियादी ढांचे की कमी और महिलाओं की सुरक्षा, को सुलझाना है. विद्यार्थी परिषद ने चुनाव नियमों का उल्लंघन किया है. कॉलेज परिसर में पार्टियों का आयोजन किया जा रहा है. इसमें विश्वविद्यालय प्रशासन की मौन स्वीकृति है. चुनाव प्रक्रिया की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए विशेष संगठन से जुड़े प्रोफेसरों को चुनावी ड्यूटी से हटाया जाना चाहिए.

उन्होंने कहा कि चुनावी प्रचार को भटकाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन छात्र उनके पैनल के लिए मतदान करेंगे. एनएसयूआई के रवि पांडे ने भी निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव की मांग को दोहराया.

उन्होंने कहा कि एनएसयूआई सभी छात्रों से अपील करता है कि वे चुनावी ईमानदारी के लिए उनके अभियान का समर्थन करें. दिल्ली विश्वविद्यालय में लोकतंत्र को कमजोर करने के किसी भी प्रयास का विरोध करें. उनका घोषणापत्र मुख्य रूप से किफायती शिक्षा, परिसर की सुरक्षा और समग्र छात्र कल्याण जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित है, जो विश्वविद्यालय समुदाय के लिए एक बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने का उद्देश्य रखता है.

जीसीबी/एबीएम