पटना, 25 सितंबर . पटना एम्स के कार्यकारी निदेशक डॉ. कृष्ण गोपाल पाल के बेटे को जारी किए गए ओबीसी प्रमाण पत्र सवालों के घेरे में आ गया है. बिहार सरकार ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं. वहीं राजद ने कार्रवाई की बात कही है.
राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि, कोई भी अगर फर्जी प्रमाणपत्र देकर नौकरी प्राप्त करता हैं तो जांच होनी चाहिए और कार्रवाई भी होनी चाहिए.
वहीं भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा 28 सितंबर को एक दिवसीय दौरे पर पटना आने वाले हैं. इस दौरान वो भाजपा सदस्यता अभियान की समीक्षा करेंगे. उनके दौरे को लेकर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तैयारियां शुरू कर दी है.
जेपी नड्डा के दौरे को लेकर शक्ति सिंह यादव ने कहा कि, पिछली बार जेपी नड्डा जब आए थे, तब काफी नाराज होकर गए थे. जहां-जहां उन्होंने उद्घाटन किया था, वो रोड सारा उखड़ गया था. उनके दौरे से भाजपा को क्या लाभ मिलेगा, ये आने वाले चुनाव में पता चलेगा. उनके दौरे से भाजपा का कितना गड्ढा होगा, ये तो भविष्य के गर्भ में है. जब-जब वो बिहार आते हैं, कुछ ना कुछ घटना हो ही जाती है.
पटना एम्स के डायरेक्टर डॉक्टर गोपाल कृष्ण पाल ने फर्जी ओबीसी सर्टिफिकेट को लेकर कहा कि, मेरे ऊपर बेटे द्वारा फर्जी ओबीसी सर्टिफिकेट बनाकर एम्स गोरखपुर में एडमिशन लेने और फर्जी सर्टिफिकेट से बेटी के एम्स पटना में सीनियर रेजिडेंट पोस्ट के लिए चयन करने का आरोप लगा है. जब मुझे बेटे के बारे में पता चला कि मेरे बेटे ने ओबीसी सर्टिफिकेट पर गोरखपुर एम्स में एडमिशन लिया है, तो मैंने उसको तुरंत इस्तीफा देने को कहा और उसने वहां से इस्तीफा दे दिया. गोपाल कृष्ण ने बताया कि इस विषय पर कमेटी बनाई गई है, जो जांच कर रही है. कमेटी में शामिल लोगों द्वारा पूछे गए सवालों का मैंने जवाब दिया है. कुछ भी छिपाया नहीं है.
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एकेएस/