भारतीय महिला टीम ने मेंटल स्ट्रेंथ मजबूत करने के लिए साइकोलॉजिस्ट से मदद ली : नीतू डेविड

मुंबई, 24 सितंबर . महिला टी20 विश्व कप 2024 को लेकर भारतीय महिला टीम अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में जुटी हुई है. इस बीच महिला चयन समिति की अध्यक्ष नीतू डेविड ने बताया कि आगामी मेगा इवेंट के लिए भारतीय टीम में मानसिक मजबूती पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक खेल साइकोलॉजिस्ट को शामिल किया गया.

भारतीय टीम, जिसने टी20 फॉर्मेट आखिरी बार महिला एशिया कप में खेला था. वो अब 4 अक्टूबर को न्यूजीलैंड के खिलाफ यूएई में अपना विश्व कप अभियान शुरू करने के लिए तैयार है. इससे पहले, टीम वेस्टइंडीज और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो अभ्यास मैच भी खेलेगी.

हरमनप्रीत कौर की अगुवाई वाली भारतीय टीम इस साल जुलाई में एशिया कप के फाइनल में श्रीलंका से हार गई थी. आठ विकेट से मिली इस हार के बाद टीम की खूब आलोचना हुई और वे अपना आठवां एशियाई खिताब चूक गई.

नीतू ने कहा, “एशिया कप 2024 के फाइनल के दौरान हमने साथ बैठकर इस पर फैसला किया था. हमारे पास फिटनेस और फील्डिंग के लिए समर्पित एक कैंप था. हमने स्किल के बारे में बात नहीं की. इसलिए हमने इस कैंप में साइकोलॉजिस्ट को शामिल किया.”

उन्होंने आगे कहा, “हमने अपनी टीम के लिए सब बेस्ट चीजें चुनी और सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों का चयन किया. जहां तक ​​बेंच स्ट्रेंथ का सवाल है, हम ‘ए’ टूर पर भी विचार कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि भविष्य में भी ये (ए टूर्नामेंट) आयोजित किए जाएंगे.”

हरमनप्रीत ने भी नीतू की भावनाओं को दोहराते हुए टीम की मजबूती की सराहना की और कहा कि उनमें इस मेगा इवेंट में कई खिताब जीत चुकी आस्ट्रेलिया को हराने की क्षमता है.

भारतीय कप्तान ने कहा, “उनकी टीम अच्छी है, इसमें कोई शक नहीं है. वे यह भी जानते हैं कि भारत उन टीमों में से एक है जो उन्हें कड़ी टक्कर दे सकती है. मुझे लगता है कि यह वास्तव में अच्छा संकेत है. जब भी हम उनके खिलाफ खेलेंगे, हम उन्हें किसी भी दिन, किसी भी समय हरा सकते हैं.”

दक्षिण अफ्रीका में आयोजित टूर्नामेंट के पिछले संस्करण में, भारत सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हार गया था. भारत की नजर इस टीम से पुराना हिसाब चुकता करने पर होगी.

एएमजे/जीकेटी