रेल हादसों को रोकने के लिए भारतीय रेलवे ने पहली बार बनाई रेल रक्षक दल

जयपुर, 24 सितंबर . देशभर में रेल हादसों पर अंकुश लगाने के मकसद से रेलवे सुरक्षा दल का गठन किया गया है. इसमें ऐसे लोगों व तकनीकों को शामिल किया गया है, जो घटनास्थल पर तत्काल पहुंचकर प्रभावितों को मदद पहुंचाने में सक्षम होंगे.

उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, “केंद्रीय मंत्री से मिले निर्देश के बाद इस मोबाइल यूनिट को बनाया गया है. इसमें विधिवत प्रशिक्षण के बाद ही लोगों को शामिल किया गया है. इसमें शामिल किए गए लोगों को विस्तारपूर्वक बताया गया है कि कैसे किसी घटनास्थल पर पहुंचकर लोगों का रेस्क्यू करना है. यह बहुत तेजी से काम करने वाली यूनिट साबित होगी. हालांकि, रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए हमारे पास पहले से ही तंत्र मौजूद है, लेकिन यह जल्द ही पहुंचने में अक्षम है, जिसे देखते हुए यह यूनिट बनाई गई है, ताकि समय रहते प्रभावित लोगों का रेस्क्यू किया जा सके.”

उत्तर पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशिकरण ने इसके बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी. उन्होंने कहा, “आप कह सकते हैं कि यह भारतीय रेलवे द्वारा किया गया पहला प्रयास है, जिसमें हमने रेलवे सुरक्षा दल के नाम से मोबाइल यूनिट बनाई है. यह यूनिट ऐसी जगहों में पहुंचने में सक्षम होगी, जहां आमतौर पर पहुंचना दूभर होता है. कई हादसों में देखने को मिला है कि रेस्क्यू टीम के लिए घटनास्थल पर पहुंचना मुश्किल हो जाता है, उसी को ध्यान में रखते हुए हमने यह यूनिट बनाई है. हमने प्रशिक्षित लोगों को इसमें शामिल किया है. इसके अलावा, जो भी यंत्र इसमें शामिल हैं, वो बेहद कुशल हैं. वो लोगों को रेस्क्यू करने में पूरी तरह योग्य हैं. किसी भी विषम परिस्थिति में यह लोगों को बचाने में सक्षम हैं.”

उन्होंने आगे कहा, “हमने दो महीने लगातार इस पर काम किया है. यह रेलवे की ओर से किया गया अभिनव प्रयास है, जिसकी सराहना की जा रही है. इसमें हमने कुल 6 लोगों को शामिल किया है. इसके अलावा, हमने इनके कार्य भी विभाजित कर दिए हैं. हमने इसमें शामिल लोगों को रेस्क्यू के लिए पूरी ट्रेनिंग भी दी है. इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले सभी सुरक्षात्मक उपकरण भी हमने शामिल किया है.”

एसएचके/जीकेटी