92 साल में पहली बार भारत जीत के शिखर पर

नई दिल्ली, 24 सितंबर . रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम इन दिनों शिखर पर है. फॉर्मेट चाहे कोई भी हो टीम इंडिया का परचम बुलंद है. बीते कुछ महीनों में वनडे विश्व कप उप-विजेता और टी20 विश्व कप चैंपियन बनने के बाद अब ‘मैन इन ब्लू’ टेस्ट क्रिकेट में भी छा गई है. चेपॉक में बांग्लादेश को धूल चटाने वाली रोहित ब्रिगेड ने 92 वर्षों के बाद एक बेहद खास रिकॉर्ड अपने नाम किया, जिससे टीम ऑल-फॉर्मेट में दमदार लय में नजर आ रही है.

दो टेस्ट मैचों की सीरीज में रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने बांग्लादेश को पहले टेस्ट में 280 रन से हराया. इस मैच में जीत हासिल करने के बाद भारत ने इतिहास रच दिया. 580 मैचों और 92 वर्षों के बाद टीम इंडिया ने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में हारने वाले मैच से ज्यादा जीतने वाले टेस्ट मैच का रिकॉर्ड बनाया है.

भारत ने अब टेस्ट मैचों में 179 मैच जीते हैं और 178 मैच हारे हैं. यह भारत के टेस्ट इतिहास में पहला मौका है जब उनका जीत का आंकड़ा हार से अधिक हुआ है. भारत अब उन पांच टीम में शामिल है, जिनका पुरुष टेस्ट में जीत-हार का पॉजिटिव रिकॉर्ड है.

टेस्ट क्रिकेट में हार से ज्यादा जीत हासिल करने वाली ये है पांच टीमें:

ऑस्ट्रेलिया (कुल मैच 866): 414 जीत और 232 हार, इंग्लैंड (कुल मैच 1077): 397 जीत और 325 हार, दक्षिण अफ्रीका (कुल मैच 466): 179 जीत और 161 हार, भारत (कुल मैच 580): 179 जीत और 178 हार, पाकिस्तान (कुल मैच 458): 148 जीत और 144 हार.

भारतीय क्रिकेट टीम ने 1932 में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. उसके बाद से अब तक भारत ने कुल 580 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उसे 179 टेस्ट मैच में जीत मिली है, जबकि 178 टेस्ट मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा. 222 मैच ड्रॉ रहे हैं और एक मैच टाई रहा है. इस तरह भारत के 92 साल के टेस्ट इतिहास में पहली बार अपने हारे हुए मैचों से ज्यादा संख्या में टेस्ट मैच जीते हैं.

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