नई दिल्ली, 23 सितंबर . रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ के मुताबिक पूर्व सैनिकों को एनसीसी प्रशिक्षकों के रूप में शामिल किया जाएगा. इससे पूर्व सैनिकों को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे. साथ ही वे उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण देने में अपने कौशल और अनुभव का उपयोग करेंगे.
सेठ ने बताया कि सरकार ने हाल ही में एनसीसी कैडेट रिक्तियों को तीन लाख तक बढ़ाने के लिए एक विस्तार योजना को मंजूरी दी है. इससे आने वाले वर्षों में एनसीसी कैडेट की कुल संख्या 17 लाख से बढ़कर 20 लाख हो जाएगी. ऐसे में बतौर प्रशिक्षक पूर्व सैनिकों को नए रोजगार मिलेंगे.
रक्षा राज्यमंत्री ने सोमवार को नई दिल्ली में एनसीसी के संयुक्त राज्य प्रतिनिधियों और उप महानिदेशक सम्मेलन का उद्घाटन किया. यहां उन्होंने राष्ट्र निर्माण में एनसीसी की महत्वपूर्ण भूमिका का उल्लेख किया. उन्होंने बताया कि कैसे यह संगठन अनुशासित, जिम्मेदार और प्रेरित युवा नागरिकों को तैयार करने में मदद करता है. इसके साथ ही जीवन के विभिन्न पहलुओं में नेतृत्व कौशल को बढ़ावा देता है.
वहीं, राष्ट्रीय कैडेट कोर के महानिदेशक लेफ्टिनेंट गुरबीरपाल सिंह ने पिछले दो वर्षों में एनसीसी की प्रगति और उपलब्धियों के अलावा भविष्य के विस्तार की योजनाओं पर प्रकाश डाला.
उन्होंने राज्य के प्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों को सभी राज्यों के प्रशिक्षण और शिविर बुनियादी ढांचे की स्थापना से अवगत कराया. इसका उद्देश्य यह था कि कैडेटों के लिए उच्च स्तर का प्रोत्साहन और प्रेरणा सुनिश्चित की जा सके. एनसीसी का यह सम्मेलन एक द्विवार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें शिक्षा मंत्री, युवा एवं खेल मंत्री तथा अपने-अपने राज्यों में एनसीसी कार्य को संभालने वाले विभागों के वरिष्ठ प्रतिनिधि भाग लेते हैं.
इस सम्मेलन में रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी तथा डीजीएनसीसी, सभी राज्यों के एनसीसी प्रमुख तथा डीजी एनसीसी मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे. नीतियों, वित्त, प्रशासनिक तथा अन्य पहलुओं के संदर्भ में एनसीसी गतिविधियों का संचालन केंद्र तथा राज्य सरकारों की संयुक्त जिम्मेदारी है. इसलिए, यह सम्मेलन पूरे देश में एनसीसी गतिविधियों की योजना बनाने, उन्हें लागू करने तथा उनके बीच समन्वय करने के लिए एक मंच प्रदान करता है.
रक्षा मंत्रालय का कहना है कि स्वच्छ भारत अभियान, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, पर्यावरण संरक्षण, डिजिटल जागरूकता और पारंपरिक प्रशिक्षण के साथ-साथ सामाजिक कल्याण जैसी कई राष्ट्रीय पहलों में एनसीसी की भागीदारी है.
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जीसीबी/एबीएम