नवादा में 34 घरों में आगजनी सामाजिक अपराध, भाजपा शासित राज्यों में बढ़ रहे दलितों पर अत्याचार : वृंदा करात

नई दिल्ली, 23 सितंबर . बिहार के नवादा जिले में दलित बस्ती में हुई आगजनी की घटना को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की नेता वृंदा करात ने इसे सामाजिक अपराध बताया है.

सीबीआई जांच की मांग करते हुए उन्होंने कहा कि 34 से अधिक दलितों के घरों को कैसे जला दिया गया? क्यों जले? क्या इसके पीछे जाति प्रथा और नफरत है? हिंदुत्व में जाति प्रथा का जो प्रचलन है उसी के कारण आज बिहार में यह घटना घटी.

उन्होंने आगे कहा कि, जहां-जहां भाजपा की सरकारें हैं वहां दलितों पर अत्याचार की संख्या बढ़ रही है. विशेषकर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान में इस तरह के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं. जब तक आप अपराधियों को सजा नहीं दिलाएंगे तब तक आप दलितों के शोषण को नहीं रोक पाएंगे. भाजपा ने जाति प्रथा आधारित नफरत की राजनीति को बल दिया है.

वहीं उन्होंने आगे कहा कि, आतिशी ने संविधान के अनुसार सीएम पद की शपथ ली है. ऐसे में निश्चित तौर पर उनके ऊपर बड़ी जिम्मेदारी है. दिल्ली की जनता यह उम्मीद करती है कि आतिशी अगले छह महीने के कार्यकाल में बेहतर काम करेगी. मुझे भरोसा है कि वह संविधान के मुताबिक दिल्ली की सरकार चलाएगी और जनहित में फैसले लेगी.

दरअसल दिल्ली की नई सीएम आतिशी ने कार्यभार संभालते हुए सीएम ऑफिस में एक खाली कुर्सी अरविंद केजरीवाल के लिए छोड़ दी और खुद दूसरी कुर्सी में बैठी. जिसको लेकर भाजपा हमलावर है.

भाजपा के सांसद मनोज तिवारी ने सोमवार को आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग भ्रष्टाचार के आरोप में जेल से बेल पर बाहर आए हैं और अपनी तुलना भगवान राम से करेंगे? क्या भगवान राम पर भ्रष्टाचार के आरोप थे. आज दिल्ली शराब घोटाले और राजस्व के लूट से परेशान है. बिजली और पानी के बढ़े बिलों से परेशान है, बुजुर्गों की पेंशन बंद होने से परेशान है, गरीब राशन कार्ड नहीं बनने से परेशान है. एमसीडी और पीडब्ल्यूडी के नाले बंद होने से जनता परेशान है.

एकेएस/जीकेटी