टोक्यो, 23 सितम्बर जापान के पूर्व प्रधानमंत्री योशिहिको नोडा को सोमवार को मुख्य विपक्षी दल कांस्टीट्यूशनल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ जापान (सीडीपीजे) का नया नेता चुना गया. उन्होंने पार्टी के संस्थापक सांसद युकिओ एडानो सहित अन्य तीन उम्मीदवारों को हराया.
पहले दौर में किसी भी दावेदार को बहुमत नहीं मिलने की वजह से मुकाबला नोडा और एडानो के बीच हुआ. अंतिम मुकाबले में नोडा ने जीत हासिल कर ली.
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, 67 वर्षीय नोडा डेमोक्रेटिक पार्टी (अब विघटित) के तहत 2011 से 2012 तक जापान के प्रधानमंत्री रहे.
अंतिम चरण के मतदान से पहले अपने भाषण में नोडा ने शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा, वृद्धों की देखभाल और विकलांगता सहायता जैसी आवश्यक सार्वजनिक सेवाओं के विस्तार पर जोर दिया. उन्होंने राजनीति में जनता का विश्वास बहाल करने के महत्व पर भी बल दिया.
यह मुकाबला 27 सितंबर को सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) के नेतृत्व चुनाव से पहले हुआ है.
सीडीपीजे संभावित आम चुनाव में अधिक सीटें हासिल करने की कोशिशों को तेज कर रही है. यह लंबे समय से प्रभावी एलडीपी को गंभीर चुनौती देना चाहती है.
इस बीच जापान के निवर्तमान पीएम ने सोमवार को न्यूयॉर्क में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ को संबोधित किया. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की स्थायी और अस्थायी दोनों श्रेणियों में विस्तार तथा इसकी कार्यप्रणाली में सुधार का समर्थन किया.
किशिदा ने कहा कि विश्व एक ‘ऐतिहासिक मोड़’ पर खड़ा है, मौजूदा और भावी पीढ़ियों के हितों की रक्षा के लिए सामूहिक रूप से कार्रवाई करने की तत्काल जरुरत है.
जापानी पीएम ने कहा, “शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों की ओर से सुधार के लिए स्पष्ट आह्वान किया जा रहा है, जिसमें बहुमत स्थायी और अस्थायी दोनों सीटों के विस्तार का समर्थन कर रहा है.”
किशिदा ने कहा, “अगले वर्ष संयुक्त राष्ट्र की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी. हमें सुरक्षा परिषद के सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए.”
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एमके