पन्ना, 23 सितंबर . मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में हरदुआ की एक महिला निवासी, मनोरमा जैन ने हरदुआ चौकी के पुलिस पर उनको और उनके बेटे को बेरहमी से पीटने का आरोप लगाया है.
दरअसल, पूरा मामला पन्ना जिले के हरदुआ थाना क्षेत्र का है. यहां की निवासी मनोरमा जैन के घर के समीप कुछ लोग जुआ खेल रहे थे. इस दौरान पुलिस के आने के बाद वो लोग भाग गए. पुलिस ने घटनास्थल पर मौजूद गाड़ियों के साथ पीड़िता की बाइक और स्कूटी को भी जब्त कर लिया. जब बेटे को इस बात की जानकारी लगी कि पुलिस उनकी स्कूटी और बाइक को थाने ले गई है तो वो उसको लेने थाने गया. इस दौरान पुलिस ने उसको बेरहमी से पीट कर जेल में बंद कर दिया. बाद में बड़ा बेटा और मां गए तो उनको भी बेरहमी से पीटा गया. पीड़िता ने न्याय की मांग की है.
पीड़िता मनोरमा जैन ने पन्ना के पुलिस अधीक्षक को मामले की शिकायत करके न्याय की गुहार लगाई है. उन्होंने हरदुआ चौकी के पुलिस पर स्वयं और अपने दोनों बेटों को बेरहमी से लाठी-डंडे से पीटने का आरोप लगाया है. आवेदिका ने आरोप लगाया है कि पुलिस घर के पास खड़ी उनकी बाइक और स्कूटी को ले गई, जब छोटा बेटा मोहित जैन गाड़ी को छुड़ाने कार से पुलिस चौकी पहुंचा तो पुलिस वालों ने कार को भी कब्जे में ले लिया और बेटे को थाने में बंद करके बेरहमी से पीटा.
इसके बाद घटना वाले दिन रात करीब 11 बजे वो और उनका बड़ा बेटा रोहित जैन थाने पहुंचे तो पुलिस वालों ने उनके बड़े बेटे को भी बेरहमी से पीटा. बीच-बचाव करने पर पुलिस ने उनके साथ भी मारपीट की. पीड़िता ने बताया कि वो पिछले करीब 20 वर्षों से 15 दिन का उपवास करती हैं. उपवास के दौरान ही पुलिस वालों ने मारपीट की, जिससे उनके शरीर पर गंभीर चोट आई है. मनोरमा ने पन्ना के पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है.
पूरे मामले को लेकर पन्ना के पुलिस अधीक्षक साईं कृष्णा एस थोटा ने बताया कि आवेदन मिलने पर मामले की जांच कराई जाएगी और अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसको दंडित किया जाएगा.
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एससीएच/जीकेटी