वक्फ संशोधन कानून वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा करने का प्रयास : राशिद अल्वी

नई दिल्ली, 22 सितंबर . कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने रविवार को जाकिर नाइक की पाकिस्तान यात्रा, वक्फ संशोधन बिल, रेलवे सुरक्षा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर टिप्पणी की. से बातचीत करते हुए उन्होंने महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी राय रखी.

राशिद अल्वी ने जाकिर नाइक की पाकिस्तान यात्रा पर कहा कि जाकिर नाइक हों या कोई अन्‍य व्यक्ति, उसे कहीं भी जाने का अधिकार है. यदि वह पाकिस्तान जा रहे हैं और वहां इस्लाम का प्रचार कर रहे हैं, तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए. हमारा संविधान हर किसी को अपने धर्म को प्रचारित करने का अधिकार देता है. इसलिए, अगर वह पाकिस्तान या दुनिया के किसी भी मुल्क में जाकर यह काम कर रहे हैं, तो इसमें किसी को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

वक्फ संशोधन बिल पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा लाए जा रहे वक्फ कानून में कुछ बड़ी साजिश छिपी हुई है. यह कानून केवल वक्फ की संपत्तियों पर कब्जा करने का एक प्रयास है. अगर ज्वाइंट पार्लियामेंट्री कमेटी (जेपीसी) इस मुद्दे पर चर्चा कर रही है, तो सरकार कैसे कह सकती है कि वह इसे सर्दियों के सत्र में इसे पास करेगी. यह एक बड़ा धोखा है. मैं बड़े अदब से पूछना चाहता हूं अगर जेपीसी में बिल पर चर्चा हो रही है, तो आप जेपीसी के फैसले से पहले यह कैसे कह सकते है कि हम ऐसा करेंगे. फिर तो जेपीसी का कोई मतलब नहीं रह जाता.

पसमांदा मुसलमानों की ओर से वक्फ संशोधन बिल का समर्थन किए जाने पर उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ऐसे लोगों को बुलाकर बयान दिलवा सकती है, जो वक्फ के बारे में बहुत कम जानते हैं. मैं उन्हें चैलेंज करता हूं, वह वक्फ के बारे में 2 फीसद भी ज्ञान नहीं रखते हैं, वह क्या इसका समर्थन या विरोध करेंगे.

रेलवे ट्रैक पर सिलेंडर मिलने पर उन्होंने कहा कि यह एक असफल सरकार है. अगर हम रेलवे की सुरक्षा नहीं कर सकते, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे कर सकते हैं? रेलवे ट्रैक पर मिला सिलेंडर आतंकवादी गतिविधियों का संकेत है और इसकी जांच करना सरकार की जिम्मेदारी है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका में भारतीयों ने ‘मोदी वापस जाओ’ के नारे लगाए हैं. यह दर्शाता है कि मोदी की हैसियत कम हो रही है और इससे देश की प्रतिष्ठा भी गिर रही है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने बिना किसी कार्यक्रम के पाकिस्तान का दौरा किया था. यह गंभीर बात है कि वह पाकिस्तान का नाम लेकर देश की जनता को गुमराह कर रहे हैं. यह सच्चाई है कि प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान के प्रोटोकॉल को तोड़कर नवाज शरीफ साहब के घर में शादी में शिरकत की थी, जब वह प्रधानमंत्री थे. यह उनकी व्यक्तिगत पहल थी, कोई आधिकारिक कार्यक्रम नहीं था. लेकिन अब वे पाकिस्तान का नाम लेकर देश के लोगों को गुमराह कर रहे हैं. मुझे लगता है कि पाकिस्तान से प्रधानमंत्री मोदी का गहरा ताल्लुक़ है. उनके कश्मीर में दिए गए बयान में उन्होंने कहा था कि पाकिस्तान में तालियां बजती हैं, अगर वहां नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार आती है. मुझे आश्चर्य होता है कि उन्हें यह खबर कहां से मिलती है, जो मीडिया और इंटेलिजेंस के पास नहीं होती. इसलिए, मुझे संदेह है कि पीएम मोदी का पाकिस्तान से कुछ न कुछ ताल्लुक़ ज़रूर है.

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