रेलवे की सुरक्षा हमारी सामूहिक जिम्मेदारी, घटनाओं को राजनीतिक आधार पर जोड़ना गलत : नीरज कुमार

पटना, 22 सितंबर . देश के अलग-अलग हिस्सों से ट्रेन डिरेल करने की कोशिश का मामला सामने आ रहा है. कई जगहों पर ट्रेन हादसे हो गए हैं और कई जगहों पर ट्रेन के पटरी से उतरने से पहले ही इस साजिश का पता लगाया जा चुका है.

जिसको लेकर विपक्ष जहां सत्ता पक्ष पर हमलावर है तो वहीं भाजपा की सहयोगी दल जेडीयू ने ऐसी घटनाओं को राजनीतिक चश्मे से न देखने की अपील की है.

जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि, ऐसी घटनाएं सुरक्षा के लिहाज से गंभीर है. सुरक्षा की जिम्मेदारी रेल प्रशासन पर है. आरपीएफ इसके लिए प्रतियुक्त है और साथ ही साथ इस संबंध में राज्य की पुलिस होती है, उन सबका सहयोग लिया जाता है. इसलिए रेलवे की सुरक्षा नागरिकों की सुरक्षा है. रेलवे में सबसे ज्यादा लोग सफर करते हैं. इसको राजनीतिक आधार पर जोड़ना गलत है. मेरा मानना है कि रेलवे की सुरक्षा हम सब की सामूहिक जिम्मेदारी है.

वहीं यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि, मैं इतना ही कहना चाहूंगा कि जो रेल मंत्रालय है, उसके मंत्री रेल चलवाने में या रेल सुरक्षित रखने में विश्वास नहीं करते हैं. वह रील मंत्री बन गए हैं. मैं समझता हूं कि उनको अपने विभाग पर ध्यान देना चाहिए. विभाग में नियुक्तियां ही बंद हो गई हैं. रेल पटरियों पर कहीं सिलेंडर तो कहीं लकड़ी तो कहीं लोहा दिखाई दे रहा है. पहले तो कभी ऐसा नहीं हुआ. ऐसी घटनाओं को साजिश कहकर भ्रमित करने की बजाय समुचित व्यवस्था करने की जरूरत है. मेरा मानना है कि अव्यवस्था के कारण ऐसी घटनाएं सामने आ रही है.

भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि, ये हादसे नहीं हो रहे, ये साजिश हो हो रही है. जब वंदे भारत चल रही है तो पत्थर मारो, ट्रेन की पटरी पर सिलेंडर रख दो और ऐसे लोग पकड़े भी जा रहे हैं. इसको हम रेल जिहाद कह सकते हैं. इस देश में समाज का एक ऐसा वर्ग है, जिसको तरक्की और विकास पसंद नहीं है. जो मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार है. यह एक नए तरीके का आतंकवाद है.

एकेएस/जीकेटी