कांग्रेस और गांधी परिवार के शासनकाल में सिखों ने देखे काले दिन : सिरसा

नई दिल्ली, 21 सितंबर . लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अमेरिकी दौरे को लेकर भाजपा लगातार उन पर निशाना साध रही है. राहुल गांधी ने शनिवार को सोशल मीडिया के जरिए पहली बार सिख विवाद पर सफाई दी. उन्होंने कहा कि भाजपा अमेरिका में मेरे बयान को लेकर झूठ फैला रही है. राहुल गांधी के इस बयान पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने पलटवार किया है.

मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि राहुल गांधी पगड़ी पहनकर किसी भी गुरुद्वारे में जाते हैं तो उन्हें कोई नहीं रोकता है. इस देश में सिखों की इतनी अहमियत है कि पीएम मोदी भी अपने आवास पर सिखों को बुलाते हैं.

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी आज सोशल मीडिया पर अपने बयान को रिपोस्ट करके कह रहे हैं कि हमसे पूछ रहे हैं कि क्या मैंने गलत कहा है. मैं राहुल गांधी को बताना चाहता हूं कि देश में सिर्फ एक ही वक्त आया था जब 1984 में सिखों को मजबूर किया गया. उस मजबूरीवश अपने केस कटवाकर बेअदबी करवाई, पगड़ी उतारकर अपनी जान बचाई. उनको गुरुद्वारे जाने से रोका गया. गुरुद्वारे को ताले लगाए गए. इससे पहले इंदिरा गांधी शासन में गुरुद्वारे में ताले लगाए गए थे. इस भारत वर्ष के अंदर अगर सिखों को काले दिन देखने पड़े तो सिर्फ कांग्रेस और गांधी परिवार के शासनकाल में देखने पड़े.

भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने आगे कहा कि मैं आज बड़े गर्व से कहता हूं, मैं सिख हूं, मेरा छोड़िए, राहुल गांधी भी पगड़ी पहनकर गुरुद्वारे जाते हैं और उन्हें कोई रोकता नहीं है. राहुल गांधी पगड़ी पहनकर सिखों के किसी प्रोग्राम में जाते हैं तो उन्हें कोई रोकता नहीं है. राहुल गांधी किसी भी गुरुद्वारे में दर्शन करने जाते हैं, चाहे उनके पिता और दादी ने हजारों सिखों को मरवाया, फिर भी राहुल गांधी को कोई रोकता-टोकता नहीं है. इस देश में दस्तार की इतनी अहमियत है कि देश के प्रधानमंत्री उसे सजाकर निकलते हैं, इस देश में सिखों की इतनी अहमियत है पीएम मोदी भी अपने आवास पर सिखों को बुलाते हैं. यहां तक की उनकी कोई चेकिंग नहीं करता है. राहुल गांधी को झूठ बोलना बंद करना चाहिए. उन्होंने हमारे खिलाफ नफरत का पिटारा खोल रखा है. गंदी राजनीति के लिए हमें इस्तेमाल कर रहे हैं. इसे बंद करना चाहिए.

इससे पहले कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने शनिवार को सिख समाज पर दिए बयान को लेकर सफाई दी थी. उन्होंने एक्स पोस्ट पर 10 सितंबर के भाषण का वीडियो अटैच करते हुए लिखा, ”भाजपा अमेरिका में मेरी टिप्पणी को लेकर झूठ फैला रही है. मैं देश-विदेश के हर सिख भाई-बहन से पूछना चाहता हूं- मैंने जो कहा, उसमें कुछ गलत है क्या? क्या भारत को एक ऐसा देश नहीं बनना चाहिए, जहां हर सिख और हर भारतीय बिना किसी डर के स्वतंत्र रूप से अपने धर्म का पालन कर सके? बीजेपी हमेशा की तरह झूठ का सहारा ले रही है. वे मुझे चुप कराने के लिए बेताब हैं क्योंकि वे सच्चाई बर्दाश्त नहीं कर सकते. लेकिन, मैं हमेशा उन मूल्यों के लिए बोलूंगा, जो भारत को परिभाषित करते हैं: विविधता में हमारी एकता, समानता और प्रेम.”

एसके/एबीएम