ऑपरेशन लोटस आम आदमी पार्टी का राजनीतिक विलाप : वीरेंद्र सचदेवा

नई दिल्ली, 20 सितंबर . आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक दुर्गेश पाठक ने शुक्रवार को भाजपा पर दिल्ली में ऑपरेशन लोटस की साजिश रचने का आरोप लगाया. आप आदमी पार्टी की ओर से लगाए गए आरोपों के बाद राजनीति गरमा गई है. दुर्गेश पाठक ने दावा किया है कि दिल्ली में भाजपा ऑपरेशन लोटस की तैयारी कर रही है. आप के विधायकों और पार्षदों को केंद्रीय एजेंसियों ईडी और सीबीआई का डर दिखाकर भाजपा में शामिल होने के लिए कहा जा रहा है. आप विधायक के आरोपों को लेकर ने दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा से बात की.

वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि यह आम आदमी पार्टी का एक राजनीतिक विलाप है. उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी आम आदमी पार्टी की राजनीतिक स्थिति कमजोर होती है, वह ऑपरेशन लोटस की बात करते हैं. दुर्गेश पाठक को अपनी नई नवेली मुख्यमंत्री आतिशी से पूछना चाहिए कि उन्होंने भी भाजपा पर कभी ऐसे ही आरोप लगाए थे और आज कोर्ट के चक्कर काट रही हैं.

उन्होंने कहा कि अगर आम आदमी पार्टी के विधायकों, नेताओं में एकता नहीं है. वह पार्टी में रुकना नहीं चाहते हैं, तो इसका आरोप भी भाजपा पर लगाया जा रहा है. आपके घर में अगर आपके लोग रुकना चाहते, तो मैं क्या करूं? उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी के नेता भ्रष्टाचार के आरोपों से बचने के लिए इस तरह की बातें कर रहे हैं. उनका मानना है कि पार्टी के भीतर का तनाव और आपसी विश्वास की कमी, इस स्थिति का कारण है. उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को अपने अंदर के मुद्दों पर ध्यान देने की आवश्यकता है और दूसरे को दोष देना उचित नहीं है.

सचदेवा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार और आम आदमी पार्टी ने जो दिल्ली को लूटने का काम किया, उसके बाद पार्टी के लोग भ्रष्टाचारी छवि से मुक्ति पाना चाहते हैं. अपने घर की स्थिति के लिए दूसरे को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है. पार्टी के शीर्ष नेतृत्व को अपने साथियों पर भरोसा नहीं है, इसलिए वह ऑपरेशन लोटस का जिक्र कर रहे हैं.

आपको बताते चलें, आम आदमी पार्टी के विधायक और प्रवक्ता दुर्गेश पाठक ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि दिल्ली नगर निगम में स्टैंडिंग कमेटी का चुनाव जीतने के लिए उनके पार्षदों को तोड़ने में जुट गई है. पाठक ने दावा किया कि आम आदमी पार्टी में शामिल होने के लिए आप पार्षदों को पचास लाख से दो करोड़ रुपये तक ऑफर कर रहे हैं. इसके अलावा, भाजपा में शामिल नहीं होने पर ईडी-सीबीआई से परेशान करने की धमकी दी जा रही है.

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