मुंबई, 20 सितंबर . अभिनेत्री स्मिता बंसल ने टेलीविजन इंडस्ट्री पर खुलकर बात करते हुए कहा कि सोशल मीडिया फॉलोअर्स भी आज के समय में महत्वपूर्ण चुनौतियों में से एक हैं.
अभिनेता अमन गांधी के साथ ‘सेट पे चर्चा’ नामक पॉडकास्ट में स्मिता ने इंडस्ट्री में काम मांगने के बारे में बात की. अमन ने उनसे पूछा, “क्या 26 साल में ऐसा कोई टाइम आया था, जब काम नहीं था?”
स्मिता ने जवाब दिया, “मुझे नहीं लगता कि काम मांगने में कोई बुराई है. बहुत सारे एक्टर राेजाना यहां आते हैं, इसलिए जरूरी नहीं कि प्रोड्यूसर को याद रहे कि आप मौजूद हैं. मैंने अपनी पसंद के हिसाब से ब्रेक लिए हैं. बीच में एक समय ऐसा भी था, जब मैं काम करना चाहती थी और मेरे पास कोई काम नहीं था. मुझे लगता है कि वह ‘बालिका वधू’ के बाद था.”
‘बालिका वधू’ में स्मिता ने सुमित्रा की भूमिका निभाई थी.
उन्हाेंने कहा, “सात साल सिर्फ मैंने बालिका वधू में काम किया, तो मैं बाकी किसी प्रोड्यूसर की लिस्ट में नहीं थी. सात साल तक मैं सबसे कटी रही और फिर जब मुझे कुछ करना था, तो मैंने लोगों को मैसेज किया.”
अमन ने आगे पूछा, “कितना मुश्किल था तब शो क्रैक करना और कितना मुश्किल है आज शो क्रैक करना?”
स्मिता ने आगे कहा, “कठिनाई का स्तर वही है, लेकिन अब लोगों की संख्या बहुत ज्यादा हो गई है, और इसलिए कॉम्पिटिशन भी बढ़ गया है.”
आगे कहा, “अगर आप काम के लिए मना कर देते हो तो वो काम करने वाले कई लोग कतार में खड़े हैं. दूसरी सबसे बड़ी समस्या सोशल मीडिया है. इंस्टाग्राम फॉलोअर्स बताएंगे कि मैं क्या कर सकती हूं क्या नहीं. इसलिए हमें अब सोशल मीडिया पर सक्रिय रहना होगा. हमें समय के साथ बदलना होगा.”
स्मिता के करियर की बात करें तो उन्हें ‘चैलेंज’, ‘तुलसी’, ‘इतिहास’, ‘अमानत’, ‘कोरा कागज’, ‘आशीर्वाद’ जैसे प्रोजेक्ट्स के लिए जाना जाता है.
उन्होंने सबसे लंबे समय तक चलने वाले पारिवारिक ड्रामा ‘कहानी घर घर की’ में निवेदिता की भूमिका निभाई थी. स्टार प्लस पर प्रसारित होने वाले इस शो को एकता कपूर ने बनाया था. इसमें साक्षी तंवर और किरण करमरकर मुख्य भूमिकाओं में थीं.
स्मिता ने ‘सरहदें’ में भी मुख्य भूमिका निभाई थी, जो दो देशों में रहने वाले लोगों के बीच समानताओं के इर्द-गिर्द घूमती थी. इस शो में आमिर बशीर, हुसैन कुवाजेरवाला, गोविंद नामदेव और वकार शेख ने अभिनय किया था.
उन्हें 2002 के शो ‘कोई अपना सा’ में श्रुति के रूप में देखा गया था. इसमें मानसी साल्वी और नारायणी शास्त्री भी थीं.
स्मिता ‘संजीवनी’, ‘पिया का घर’, ‘ये मेरी लाइफ है’, ‘ट्विंकल ब्यूटी पार्लर लाजपत नगर’, ‘कसौटी जिंदगी की’, ‘विरासत’, ‘पानी पुरी’, ‘बालिका वधू’, ‘तुम ऐसे ही रहना’, ‘जिंदगी अभी बाकी है मेरे घोस्ट’, ‘जाना ना दिल से दूर’, ‘नजर’, ‘अलादीन – नाम तो सुना होगा” और ‘ये जादू है जिन्न का’ जैसे टीवी ओपेरा का हिस्सा रही हैं.
47 वर्षीय अभिनेत्री ने ‘फियर फैक्टर – खतरों के खिलाड़ी सीजन 4’ और ‘नच बलिए 5’ में भी भाग लिया.
फिलहाल वह ‘भाग्य लक्ष्मी’ में नजर आ रही हैं. एकता कपूर और शोभा कपूर की बालाजी टेलीफिल्म्स द्वारा निर्मित इस शो में ऐश्वर्या खरे और रोहित सुचांती मुख्य भूमिका में हैं. यह शो जी टीवी पर प्रसारित होता है.
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एमकेएस/एबीएम