वाराणसी, 20 सितंबर . आंध्र प्रदेश के तिरुपति मंदिर में भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में चर्बी मिलने की बात सामने आने पर संत समाज से जुड़े लोग भी रोष जाहिर कर रहे हैं. अब, काशी विद्वत परिषद के महामंत्री प्रोफेसर रामनारायण द्विवेदी ने भी प्रसाद में मिलावट पर नाराजगी जाहिर की है.
उन्होंने कहा कि ऐसा करके हिंदू समाज की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है, जिसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जा सकता है. हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. हिंदू समाज इसे कभी-भी बर्दाश्त नहीं करेगा.
उन्होंने कहा, “प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू खुद तथ्यों के साथ इस बात को बता रहे हैं कि प्रसाद में चर्बी मिलाई गई है. यह बहुत ही दुखद है. ऐसा करके हिंदू समाज की आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है. यह निंदनीय व अक्षम्य कृत्य है. इससे पूरे देश का हिंदू समाज उद्वेलित है. इस मामले में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वहां के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को कार्रवाई करनी चाहिए, क्योंकि हिंदू समाज इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं कर सकता है.”
उन्होंने आगे कहा, “जिन लोगों ने भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में चर्बी मिलाने का दुस्साहस किया है, उन्हें फौरन सलाखों के पीछे भेजा जाना चाहिए. ऐसे लोगों की असली जगह जेल है और इस दिशा में वहां के मुख्यमंत्री को त्वरित कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि हिंदुओं की आस्था का चोट पहुंचाने की हिम्मत कोई नहीं कर सके.”
उन्होंने कहा, “ऐसा दुस्साहस करने वाले लोगों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जानी चाहिए, ताकि पूरी दुनिया के सामने यह नजीर बने कि अगर कोई हिंदू धर्म की आस्था का मजाक बनाने की कोशिश करता है, तो उसका कैसा हश्र किया जाता है.”
बता दें कि राष्ट्रीय विकास बोर्ड के तहत सेंटर फॉर एनालिसिस एंड लर्निंग इन लाइवस्टॉक एंड फुड लैब की रिपोर्ट में तिरुपति मंदिर में भगवान को चढ़ाए जाने वाले प्रसाद में चर्बी मिलाए जाने की पुष्टि हुई है. यह प्रसाद भगवान को चढ़ाया गया, बल्कि बड़ी संख्या में भक्तों के बीच भी बांटा गया.
–
एसएचके/एबीएम