बुडापेस्ट, 19 सितंबर . हंगरी ने ‘पेजर मुद्दे’ में किसी भी तरह से शामिल होने से इनकार किया है. पेजर विस्फोटों के कारण लेबनान में कई लोग हताहत हुए हैं.
हंगरी सरकार के प्रवक्ता और अंतरराष्ट्रीय संचार राज्य मंत्री जोल्टन कोवाक्स ने अपने एक्स और फेसबुक अकाउंट पर इस मुद्दे को लेकर देश का पक्ष रखा.
कोवाक्स ने कहा, “पेजर मुद्दे को लेकर हंगरी सरकार की स्थिति अधिकारियों ने स्पष्ट की है कि संबंधित कंपनी एक व्यापारिक मध्यस्थ है, जिसकी हंगरी में कोई मैन्युफैक्चरिंग या ऑपरेशनल साइट नहीं है.”
कोवाक्स ने कहा, “इसके घोषित पते पर एक मैनेजर रजिस्टर्ड है और संदर्भित डिवाइस कभी भी हंगरी में नहीं थे.”
प्रवक्ता ने कहा, “आगे की जांच के दौरान, हंगरी की राष्ट्रीय सुरक्षा सेवाएं सभी प्रासंगिक अंतरराष्ट्रीय साझेदार एजेंसियों और संगठनों के साथ सहयोग कर रही हैं.”
कोवाक्स ने अपने संदेश का समापन यह कहते हुए किया कि इस मामले से हंगरी को “कोई राष्ट्रीय सुरक्षा जोखिम नहीं है.”
हंगरी सरकार का यह स्पष्टीकरण मंगलवार को लेबनान में हुई घटना के बाद आया.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्री फिरास अबियाद ने बुधवार को जानकारी दी कि मंगलवार को एक साथ कई पेजर फटने से 12 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो बच्चे भी शामिल हैं और लगभग 2,800 अन्य घायल हो गए.
एक दिन पहले लेबनान में कई वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइस में विस्फोट हुए.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बुधवार को वायरलेस कम्युनिकेशन डिवाइस में हुए विस्फोटों ने नौ और लोगों की जान ले ली, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गए.
इस बीच संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने लेबनान में संचार उपकरणों में हुए विस्फोटों को ‘चौंकाने वाला’ बताया. उन्होंने कहा कि नागरिकों पर इसके प्रभाव को ‘स्वीकार’ नहीं किया जा सकता है.
तुर्क ने इन सामूहिक विस्फोटों की स्वतंत्र, गहन और पारदर्शी जांच की जरूरत पर बल दिया. उन्होंने कहा कि हमलों का आदेश देने और उन्हें अंजाम देने के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए.
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एमके/एबीएम