सीएम केजरीवाल में सत्य का सामने करने की हिम्मत नहीं, दिल्ली की जनता लेगी बदला : वीरेंद्र सचदेवा

नई दिल्ली, 16 सितंबर . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सीएम पद छोड़ने के ऐलान के बाद भाजपा उन पर हमलावर हो गई है.

दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि, केजरीवाल ने कल घोषणा की थी कि हम दो दिन में सीएम पद से इस्‍तीफा दे देंगे. अब जानकारी मिल रही है कि एक हफ्ते तक मीटिंग चलेगी, अभी इस्तीफा नहीं होगा. उन्‍होंने कहा, अरविंद केजरीवाल की पार्टी और उनके नेता झूठ बोल रहे हैं और आगे भी झूठ बोलेंगे. शराब नीति के तहत आपने युवाओं को शराब में धकेलना का काम किया. पूरे हिंदुस्तान में दिल्ली अकेला ऐसा राज्य है, जिसने शराब के व्यवसाय को बढ़ाने के लिए नीति बदली. शराब की लत के कारण जिन घरों के चिराग बुझ गए, उनके घर अरविंद केजरीवाल को जाने की हिम्मत है. जलभराव के कारण दिल्ली में 40 से ज्यादा मौतें हुईं और आप पटाखे जला रहे थे.

सचदेवा ने कहा, छोटे-छोटे बच्चे किराड़ी में पानी में डूब कर मर गए. सीएम केजरीवाल में वहां जाने की हिम्मत नहीं है. अग्नि परीक्षा का मतलब होता है सत्य का सामना करना, लेकिन आप सत्य का सामना नहीं कर सकते. आपने दिल्ली को भ्रष्टाचार का अड्डा बना दिया. कोई विभाग अपने नहीं छोड़ा, जिसमें अपने घोटाला नहीं किया हो. बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, राशन कार्ड सभी जगह आपने घोटाला किया है. दिल्ली की जनता परेशान है और आपसे बदला लेना चाहती है.

उन्होंने निशाना साधते हुए कहा कि सौरभ भारद्वाज तो अपने आप में एक अनोखे नेता हैं. मैं उनको लेकर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता. जो व्यक्ति भ्रष्टाचार की दलदल में फंसा हुआ हो, भ्रष्टाचार के कारण उच्च न्यायालय ने जेल में भेजा हो, जो नेता जेल से जमानत पर छूटा है, उस व्यक्ति की तुलना भगवान से करना, यह आम आदमी पार्टी का पाखंड हो सकता है. दिल्ली की जनता हर बात का जरूर जवाब देगी.

कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के बयान पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि संदीप दीक्षित एक अच्छे और बौद्धिक व्यक्ति हैं. उन्होंने जो कहा है, उसके बहुत मायने हैं. आम आदमी पार्टी में लोकतंत्र के नाम की कोई चीज नहीं है, सिर्फ एक ही चीज है भ्रष्टाचार.

दरअसल कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने कहा कि आम आदमी पार्टी में केवल केजरीवाल हैं, बाकी सब उनके घरेलू नौकर हैं. किसी का कोई वजूद नहीं है. मेरे हिसाब ये सीएम उसी को बनाएंगे, जो इनके भरोसे का हो, जो फाइल न निकलने दे. इनके खिलाफ, जो भ्रष्टाचार के सबूत है, उसको दबा के रखे, जो इनके कहने पर काम करे, जिस कांट्रेक्ट पर हस्ताक्षर करना है, उस पर हस्ताक्षर कर दे. एक तरीके से इनका पिट्ठू बनकर वहां रहे. वो दिखाने के लिए तमाम औपचारिकता करेंगे. लेक‍िन यह सब नाटक है, इसका कोई अर्थ नहीं है. केवल समय खराब करने वाली बात है.

एकेएस/