पहली ‘वंदे मेट्रो ट्रेन’ का नाम बदलकर ‘नमो भारत रैपिड रेल’ किया गया

नई दिल्ली, 16 सितंबर . भारत की पहली वंदे मेट्रो ट्रेन का नाम बदलकर ‘नमो भारत रैपिड रेल’ कर दिया गया है. यह जानकारी भारतीय रेलवे के शीर्ष सूत्रों ने दी. गुजरात के दौरे पर आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को स्वदेश निर्मित ‘नमो भारत’ रैपिड रेल सर्विस को हरी झंडी दिखाएंगे.

नमो भारत रैपिड रेल गुजरात के कच्छ जिले में स्थित भुज को राजधानी अहमदाबाद से जोड़ेगी. यह ट्रेन 360 किलोमीटर की दूरी 6 घंटे से भी कम समय में पूरी करेगी.

ट्रेन को भुज रेलवे स्टेशन से शाम 4.15 बजे वर्चुअली हरी झंडी दिखाई जाएगी. ट्रेन की सर्विस आधिकारिक तौर पर मंगलवार से शुरू होगी. इस दिन पीएम मोदी का जन्मदिन भी है.

ट्रेन भुज से सुबह 5:05 बजे रवाना होगी और 10:50 बजे अहमदाबाद पहुंचेगी. अहमदाबाद से वापसी का समय शाम 5:30 बजे है और यह रात 11.20 बजे भुज पहुंचेगी.

इससे पहले, पश्चिमी रेलवे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी दी, “वंदे मेट्रो ट्रेन में 12 एयरकंडीशंड कोच हैं, जिनमें ऑटोमेटिक स्लाइडिंग दरवाजे, मॉड्यूलर इंटीरियर्स, एलईडी लाइटिंग, वैक्यूम निकासी के साथ टॉयलेट, रूट मैप इंडीकेटर, पैनोरमिक विंडो, सीसीटीवी, फोन चार्जिंग जैसी सुविधाएं हैं.”

नमो भारत रैपिड रेल अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है. टक्कर से बचने के लिए ट्रेन में ‘कवच’ जैसी उन्नत सुरक्षा प्रणाली लगी है. इसमें धुएं या आग का पता लगाने वाला ऑटोमेटिक सिस्टम भी है.

इसमें 1,150 यात्रियों के बैठने की क्षमता है. यात्रियों के आराम के लिए गद्देदार सोफे की भी व्यवस्था है. रेल मंत्रालय के अनुसार, इसमें दिव्यांगों के अनुकूल टॉयलेट, पूरी तरह से सीलबंद फ्लेक्सिबल गैंगवे और फूड सर्विस जैसी सुविधाएं भी हैं.

एमके/एबीएम