हैदराबाद, 15 सितंबर . भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) नेताओं के संभावित आगमन के मद्देनजर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए रविवार को सेरिलिंगमपल्ली के विधायक और लोक लेखा समिति (पीएसी) के अध्यक्ष अरेकापुडी गांधी के आवास पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया.
गांधी के आवास के आसपास लगभग 200 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया. जिनकी पीएसी अध्यक्ष के रूप में नियुक्ति ने विपक्षी बीआरएस और सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी के बीच राजनीतिक तनाव पैदा कर दिया था.
बीआरएस नेताओं द्वारा गांधी के आवास पर बैठक करने की योजना बनाने की खबरों के मद्देनजर किसी भी कानून और व्यवस्था की समस्या को रोकने के लिए पुलिस सतर्क रही.
कांग्रेस और बीआरएस के बीच जारी तनाव के बीच पुलिसकर्मियों की तैनाती से विवेकानंद नगर में गांधी के घर के आसपास रहने वाले लोगों को असुविधा हो रही है.
गुरुवार को गांधी के समर्थकों द्वारा बीआरएस विधायक पी. कौशिक रेड्डी के घर पर हमले के जवाब में गांधी के घर पर इकट्ठा होने की उनकी योजना को विफल करने के लिए शुक्रवार को बीआरएस नेताओं को नजरबंद कर दिया गया था.
कौशिक रेड्डी और गांधी के बीच तीखे वाकयुद्ध ने उस समय भयानक रूप ले लिया, जब गांधी अपने समर्थकों के साथ कोंडापुर में बीआरएस विधायक के घर पहुंचे और उन्हें बाहर आने की चुनौती दी.
जुलाई में बीआरएस से कांग्रेस में शामिल हुए गांधी ने यह कार्रवाई तब की, जब कौशिक रेड्डी ने घोषणा की कि वह गांधी के घर जाएंगे, बीआरएस का झंडा फहराएंगे और उन्हें बीआरएस का दुपट्टा भेंट करेंगे.
करीमनगर जिले के हुजूराबाद से बीआरएस विधायक कौशिक रेड्डी ने गांधी के इस दावे के बाद चुनौती दी थी कि वह अभी भी बीआरएस के साथ हैं.
दलबदलू विधायक ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा पीएसी अध्यक्ष के रूप में उनकी नियुक्ति पर बीआरएस की आलोचना का जवाब देने के लिए यह दावा किया.
कौशिक रेड्डी के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन के दौरान, गांधी के कुछ समर्थकों ने परिसर में घुसकर खिड़की के शीशे और फूलों के गमलों को क्षतिग्रस्त कर दिया.
पुलिस ने गांधी और उनके समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया था.
कौशिक रेड्डी की शिकायत पर पुलिस ने गांधी और अन्य के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया.
उनके बेटे और मियापुर के पार्षद उप्पलपति श्रीकांत, पार्षद वेंकटेश गौड़ और अन्य को भी आरोपी के रूप में नामित किया गया था.
कौशिक रेड्डी ने आरोप लगाया कि गांधी और उनके अनुयायियों ने उनके घर के दरवाजे तोड़ दिए और पत्थर, टमाटर, अंडे और अन्य चीजों को फेंक कर तोड़फोड़ की.
बीआरएस विधायक ने दावा किया कि भीड़ का इरादा उन्हें मारना था.
इससे पहले, गांधी और 14 अन्य के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया गया था. इसमें उन पर गैरकानूनी तरीके से एकत्र होने और आपराधिक साजिश का आरोप लगाया गया था.
गुरुवार की घटना के बाद, कौशिक रेड्डी ने घोषणा की थी कि जवाबी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने शुक्रवार को गांधी के घर पर बीआरएस नेताओं और कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित करने की घोषणा की थी.
हालांकि, पुलिस ने कौशिक रेड्डी और अन्य बीआरएस नेताओं को नजरबंद कर उनकी योजना को विफल कर दिया.
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एकेएस/