मेरा लक्ष्य वही था जो मैं अपनी स्टेट टीम मुंबई के लिए करता हूं : शम्स मुलानी

अनंतपुर, 15 सितंबर . इंडिया ए के बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर शम्स मुलानी ने कहा कि दलीप ट्रॉफी के दूसरे दौर के मैच में इंडिया डी पर अपनी टीम की 186 रनों की जीत के दौरान उनका लक्ष्य वही करना था जो वे अपनी स्टेट टीम मुंबई के लिए करते थे.

ग्रामीण विकास ट्रस्ट स्टेडियम ‘ए’ में, मुलानी के 89 रनों की मदद से इंडिया ए ने पहली पारी में 93/5 की नाजुक स्थिति से बाहर निकलकर 290 रन बनाए. उन्हें कुमार कुशाग्र और तनुश कोटियन का भी समर्थन मिला, जिससे इंडिया ए ने सम्मानजनक स्कोर बनाया,और वे मैच में इंडिया डी से आगे रहे.

मुलानी ने इंडिया ए की शानदार जीत में अपनी बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी से चार विकेट भी लिए.

मैच खत्म होने के बाद उन्होंने कहा, “इस गर्मी में यह कठिन था. मुझे इसकी आदत है. मैं वही दोहराना चाहता था जो मैं अपनी स्टेट टीम के लिए करता हूं. बल्लेबाजी करते समय अनुशासन ने मेरी बहुत मदद की. विकेट थोड़ा धीमा हो रहा था. एक-दो गेंदें पकड़ रही थीं. मैंने कप्तान और कोच से बात की, उन्होंने मुझे सही क्षेत्रों में गेंदबाजी करने के लिए कहा.”

इस जीत के साथ, इंडिया ए के छह अंक हो गए हैं और वह दलीप ट्रॉफी जीतने के लिए इंडिया बी और इंडिया सी के साथ दौड़ में है.

इंडिया ए के कप्तान मयंक अग्रवाल ने कहा, “जीत से बहुत खुश हूं. पहले सत्र के बाद हमने जिस तरह से पहली पारी में खेला, उसने हमारे लिए खेल बदल दिया. हमने पहली पारी में जिस तरह से गेंदबाजी की, उसने हमारे लिए जीत का आधार बनाया.”

अग्रवाल ने कहा, “क्योंकि हम जानते थे कि बहुत कुछ नहीं है. यदि आप निरंतरता के साथ गेंदबाजी करते हैं, तो बल्लेबाजों के लिए यह आसान नहीं है. हमने खिलाड़ियों के लिए ऐसा माहौल बनाने के बारे में बात की, जिससे वे अच्छा प्रदर्शन करेंगे. “

भारत डी के कप्तान श्रेयस अय्यर ने पहली पारी में सातवें विकेट के लिए 91 रनों की साझेदारी करके खेल को अपने पक्ष में करने का श्रेय मुलानी और कोटियन को दिया.

अय्यर ने कहा,”पहली गेंद से ही, हम सही रास्ते पर थे. चार विकेट लिए. लेकिन शम्स और कोटियन शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं. 120 से ज़्यादा रन की साझेदारी ने हमारी लय छीन ली.”

उन्होंने निष्कर्ष निकाला, “हम आए और विकेट खोते गए. हम तब से पिछड़ रहे थे. गेंद टर्न हो रही थी. बल्लेबाज़ों को पीटा जा रहा था. दूसरी पारी में उनके बल्लेबाज़ों ने जिस तरह से बल्लेबाज़ी की, वह शानदार थी. किसी दिन 488 रन बनाना आसान काम नहीं है. हम अपने दिमाग़ में यह हिसाब लगा रहे थे कि इसे कैसे करना है. हम अगले मैच में अच्छा मुक़ाबला करने की कोशिश करेंगे.”

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