मालदीव के विदेश मंत्री का दावा, बिना आईएमएफ की मदद हल हो सकती हैं देश की वित्तीय चुनौतियां

कोलंबो, 15 सितंबर . मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर ने दावा किया कि देश जिन वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहा है वो अस्थायी हैं और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) से मदद लेने की कोई आवश्यकता नहीं है. मालदीव की सरकारी मीडिया ने यह जानकारी दी.

समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने सरकारी मीडिया पीएसएम के हवाले से बताया कि जमीर वर्तमान में श्रीलंका में हैं. वह व्यापक कूटनीतिक और आर्थिक संपर्क के हिस्से के रूप में बैंकों और अधिकारियों के साथ बातचीत कर रहे हैं.

जमीर ने शनिवार को कहा कि मालदीव भंडार में गिरावट से संबंधित एक अस्थायी समस्या का सामना कर रहा है और इसे बाहरी वित्तीय हस्तक्षेप के बिना हल किया जा सकता है.

विदेश मंत्री ने कहा कि मौजूदा मुद्दों को हल करने के लिए सरकार की रणनीति में कर व्यवस्था में सुधार, सरकारी स्वामित्व वाले उद्यमों की लागत में कटौती के उपाय, चीन और भारत के साथ द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने जैसे उपाय शामिल है.

मालदीव सरकार के हालिया आंकड़ों से पता चलता है कि अगस्त में उपयोग योग्य भंडार बढ़कर 61 मिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया, जो जुलाई में 45 मिलियन अमेरिकी डॉलर था.

एमके/केआर