आइजोल, 14 सितंबर . मिजोरम में 1990 के बाद से 29,514 एचआईवी पॉजिटिव मामले दर्ज किए गए हैं. सीमावर्ती पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम एचआईवी संक्रमण के मामले में सबसे आगे है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
मिजोरम राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी (एमएसएसीएस) के अधिकारी ने कहा कि, राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (एनएसीओ) के 2023 के अनुमान के अनुसार, मिजोरम में वयस्क एचआईवी प्रसार दर 2.73 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय स्तर 0.2 प्रतिशत से अधिक है.
अधिकारी ने बताया कि ऐसा इसलिए है क्योंकि मिजोरम में एचआईवी की पहचान की दर अधिक है. अब राज्य में एचआईवी मामलों की संख्या में गिरावट आ रही है.
उन्होंने कहा कि वर्तमान में मिजोरम में एंटीरेट्रोवाइरल थेरेपी (एआरटी) पर पीएलएचआईवी (एचआईवी के साथ रहने वाले लोग) 16,217 हैं.
अधिकारी ने बताया कि पहाड़ी राज्य में एचआईवी/एड्स के प्रसार को रोकने के लिए मुख्यमंत्री लालदुहोमा ने हाल ही में “मिजोरम के लिए एचआईवी और एसटीआई के खिलाफ भारत की लड़ाई” अभियान का शुभारंभ किया. यह अभियान सभी 11 जिलों में चल रहा है.
मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे से निपटने के लिए चर्चों, गैर सरकारी संगठनों, संघों और आम जनता से अधिक भागीदारी की अपील की.
उन्होंने बढ़ती चुनौती से निपटने के लिए सामूहिक प्रयास की अपील करते हुए इस बात पर जोर दिया कि जागरूकता बढ़ाना और रोकथाम के उपाय करना बहुत जरूरी है.
2005 से एड्स से संबंधित मौतों का दस्तावेजीकरण किया गया. मार्च 2024 तक एड्स से 5,021 मौतें दर्ज की गई हैं.
एमएसएसीएस अधिकारियों ने बताया कि एचआईवी के प्रसार को रोकने के लिए नवजात शिशुओं को एचआईवी पॉजिटिव माताओं से बचाने के प्रयास किए जा रहे हैं.
पिछले साल 120 एचआईवी पॉजिटिव गर्भवती महिलाओं में से केवल दो बच्चे ही एचआईवी पॉजिटिव पाए गए.
इस प्रयास में और अधिक सफलता पाने के लिए गर्भवती महिलाओं की स्थिति का शीघ्र पता लगाना आवश्यक है.
एमएसएसीएस अधिकारियों का मानना है कि अगर वे अपने प्रयास जारी रखते हैं, तो वे एचआईवी/एड्स के प्रसार को नियंत्रित कर सकते हैं.
म्यांमार से दवाओं की तस्करी मिजोरम में बड़े पैमाने पर होती है और असम राइफल्स, मिजोरम पुलिस और अन्य कानून लागू करने वाली एजेंसियां नियमित रूप से हेरोइन और मेथामफेटामाइन गोलियों सहित विभिन्न दवाओं को जब्त करती हैं, जिन्हें याबा टैबलेट या पार्टी टैबलेट के रूप में भी जाना जाता है.
मिजोरम म्यांमार और बांग्लादेश के साथ क्रमश: 510 किमी और 318 किमी लंबी बिना बाड़ वाली सीमा साझा करता है.
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एकेएस/