कांगो में चलेगा एमॉक्स टीकाकरण अभियान, दो अक्टूबर से शुरू होगा पहला चरण

किंशासा, 14 सितंबर . अफ्रीका में चल रहे एमपॉक्स प्रकोप के “केंद्र” कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य (डीआरसी) में दो अक्टूबर से टीकाकरण अभियान का पहला चरण शुरू होगा. यह घोषणा कांगो की सरकार ने की है.

समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, शुक्रवार देर रात मंत्रिपरिषद की साप्ताहिक बैठक के विवरण के अनुसार, टीकाकरण अभियान 11 अक्टूबर तक चलेगा. इसे शुरू करने का फैसला अंतरराष्ट्रीय भागीदारों से 265,000 से अधिक टीका प्राप्त करने के बाद लिया गया है.

बैठक के मिनट्स में कहा गया, “बच्चों के लिए 3,000 टीके खरीदने की प्रक्रिया आगे बढ़ रही है.”

कांगो के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक रिपोर्ट बताती है कि देश में एमपॉक्स के 21,813 संदिग्ध मामले दर्ज किए गए. इसमें 2024 की शुरुआत से अब तक 716 मौतें शामिल हैं. अफ्रीका में लगभग 90 प्रतिशत मामले इसी देश में हैं.

बता दें विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने बवेरियन नॉर्डिक द्वारा विकसित एमवीए-बीएन वैक्सीन को अपनी प्रीक्वालिफिकेशन लिस्ट में पहले एमपॉक्स वैक्सीन के रूप में स्वीकृति देने की घोषणा की है.

मॉडिफाइड वैक्सीनिया अंकारा-बवेरियन नॉर्डिक या एमवीए-बीएन, 18 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी वयस्कों में चेचक, एमपॉक्स और संबंधित ऑर्थोपॉक्सवायरस संक्रमण और बीमारी के खिलाफ सक्रिय टीकाकरण के लिए संकेतित है.

इस टीके को 4 सप्ताह के अंतराल पर 2-डोज इंजेक्शन के रूप में दिया जा सकता है.

डब्ल्यूएचओ ने एक बयान में कहा, “उपलब्ध आंकड़ों से पता चलता है कि एक्सपोजर से पहले दी गई एमवीए-बीएन वैक्सीन की सिंगल डोज, लोगों को एमपॉक्स से बचाने में अनुमानित 76 प्रतिशत प्रभावी है, जबकि वैक्सीन की 2-डोज अनुमानित 82 प्रतिशत प्रभावी है.”

डब्ल्यूएचओ ने अगस्त के मध्य में अफ्रीका में चल रहे एमपॉक्स प्रकोप को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था. लगभग 15 देश घातक संक्रमण से जूझ रहे हैं.

प्रकोप की शुरुआत कम समझे जाने वाले लेकिन अधिक खतरनाक क्लेड 1बी वैरिएंट के उभरने से हुई. इसे पहली बार सितंबर 2023 में डीआरसी में पाया गया था. तब से यह स्ट्रेन स्वीडन और थाईलैंड सहित अन्य देशों में रिपोर्ट किया गया.

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