जेल में डालकर तोड़ना चाहते थे हौसला, मेरा हौसला सौ गुना बढ़ गया : केजरीवाल

नई दिल्ली, 13 सितंबर . दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शुक्रवार शाम जमानत पर जेल से बाहर आ गए. जेल से बाहर आने पर केजरीवाल ने कहा, “यह साजिश पर सत्य की जीत है. जेल में डालकर ये लोग मेरा हौसला तोड़ना चाहते थे, लेकिन मेरा हौसला सौ गुना और बढ़ गया.”

केजरीवाल को रिसीव करने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, पंजाब के सीएम भगवंत मान, दिल्ली सरकार के मंत्री, आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद समेत ‘आप’ के कई नेता तिहाड़ जेल के बाहर पहुंचे थे.

केजरीवाल के स्वागत में तिहाड़ के बाहर कार्यकर्ताओं व समर्थकों की भीड़ नजर आई. दिल्ली में शुक्रवार शाम बारिश हो रही थी, बारिश के बीच भी कार्यकर्ताओं ने बैंड-बाजे व आतिशबाजी से मुख्यमंत्री का स्वागत किया.

सीएम अरविंद केजरीवाल ने जेल से बाहर आने के बाद भगवान का धन्यवाद किया. उन्होंने कहा, मैं उन लाखों-करोड़ों लोगों का भी शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने मेरे लिए मन्नतें मांगी, दुआएं की, आशीर्वाद भेजे और प्रार्थनाएं की. मेरे लिए कई लोग मंदिर, मस्जिद और गुरुद्वारे गए. मैं उन सभी लोगों का दिल से धन्यवाद करता हूं. इतनी बारिश में भी आप सभी इतनी बड़ी संख्या में आए हैं, इसके लिए मैं आप सभी का तहे दिल से शुक्रिया अदा करता हूं. मेरा जीवन देश के लिए समर्पित है. मेरी जिंदगी का हर पल और मेरे खून का हर कतरा इस देश के लिए समर्पित है.

उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया है. इस दौरान कई मुसीबतें झेली हैं. हर कदम पर भगवान ने मेरा साथ दिया, क्योंकि मैं सच्चा और सही था. इन लोगों ने मुझे जेल में डाल दिया. इन्हें लगा कि केजरीवाल को जेल में डाल देंगे तो उसके हौसले टूट जाएंगे, लेकिन आज मैं जेल से बाहर आया हूं और मेरे हौसले सौ गुना ज्यादा बढ़ गए हैं. मेरी ताकत सौ गुना ज्यादा बढ़ गई है. इनकी जेल की मोटी-मोटी दीवारें और सलाखें केजरीवाल के हौसले को कमजोर नहीं कर सकती.

केजरीवाल ने कहा कि वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि जैसे आज तक ऊपर वाले ने उन्हें रास्ता दिखाया और ताकत दी, उसी तरह आगे भी रास्ता दिखाते रहें, ताकि वह देश की सेवा करते रहें. जो राष्ट्र-विरोधी ताकतें देश के विकास को रोक रही हैं, देश को बांटने का काम कर रही हैं और देश को अंदर से कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं, उनके खिलाफ मैं जिंदगी भर लड़ा हूं और आगे भी लड़ता रहूंगा.

जीसीबी/एबीएम