चेन्नई के डॉक्टरों ने अमायंड हर्निया पीड़ित समय से पहले जन्‍मे बच्‍चे को दिया जीवनदान

चेन्नई, 12 सितंबर . चेन्नई के डॉक्टरों की एक टीम ने समय से पहले जन्मे बच्चे की अमायंड हर्निया नामक एक दुर्लभ बीमारी की सर्जरी करके बच्‍चे को नया जीवनदान दिया. इस बीमारी में अपेंडिक्स पेट और जांघ (ऊसन्धि) के बीच का भाग में होता है.

एसआरएम ग्लोबल हॉस्पिटल्स ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “यह दुनिया के चिकित्सा इतिहास में अपनी तरह का चौथा मामला है.”

दिहाड़ी मजदूर मूर्ति और मंजू के घर 28 सप्ताह में ही एक बच्‍चे ने जन्‍म लिया, जिसके बाद उसकी बीमारी का खुलासा हुआ. जन्म के 23वें दिन सामान्य एनेस्थीसिया देकर बच्‍चे की सर्जरी की गई.

अस्पताल के डॉ. सरवण बालाजी ने कहा, “नवजात शिशु जन्म से ही नियोनेटल आईसीयू में था. 23वें दिन बच्चे के दाहिने वंक्षण-अंडकोश में सूजन आ गई. हमें आपातकालीन सर्जरी करनी पड़ी, क्योंकि स्थिति जानलेवा थी.”

बालाजी ने बताया कि हालांकि समय से पहले जन्मे बच्चों में नियोनेटल हर्निया अपेक्षाकृत आम है, लेकिन अमायंड हर्निया असाधारण रूप से दुर्लभ है. जो शिशुओं में से केवल 0.42 प्रतिशत को प्रभावित करता है.

आगे कहा, ”इससे भी दुर्लभ है अपेंडिक्स में छेद होना, जो कि अमायंड हर्निया के केवल 0.1 प्रतिशत मामलों में होता है. आज तक दुनिया भर में ऐसे केवल तीन मामले ही रिपोर्ट किए गए हैं. इस जटिल और दुर्लभ स्थिति के लिए हमें जल्‍द ही सर्जरी करना जरूरी था.”

डॉक्टर ने कहा कि यह एक बेहद चुनौतीपूर्ण सर्जरी थी, क्योंकि बच्चे का समय से पहले जन्‍म हुआ था, और उसके गले की नली भी पूरी तरह से विकसित नहीं हुई थी, जिससे एनेस्थीसिया देना और उसकी देखभाल करना मुश्किल हो गया था.

इसके अलावा, शिशु के कम वजन के कारण उचित रिकवरी और सहायता सुनिश्चित करने के लिए एनआईसीयू में विशेष पोस्टऑपरेटिव देखभाल की आवश्यकता थी.

एक घंटे तक चली इस जटिल सर्जरी के बाद बच्चा अच्छी तरह से ठीक हो गया है. उसका वजन 2.06 किलोग्राम तक बढ़ गया और उसे अच्छी सामान्य स्थिति में छुट्टी दे दी गई.

एमकेएस/जीकेटी