पश्चिम बंगाल सरकार के मुख्य सचिव ने जूनियर डॉक्टरों को पत्र लिखा, बैठक का भेजा प्रस्ताव

कोलकाता, 12 सितंबर . पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मुद्दे पर जारी गतिरोध समाप्त करने की कवायद जारी है. इस गतिरोध को खत्म करने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रदर्शनकारी जूनियर डॉक्टरों को गुरुवार को एक बार फिर पत्र लिखकर बातचीत के लिए आमंत्रित किया.

पश्चिम बंगाल सरकार के मुख्य सचिव ने पत्र के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को सामान्य बनाने के लिए बैठक करने का प्रस्ताव दिया है. यह पत्र 11 सितंबर को जूनियर डॉक्टरों द्वारा लिखे गए ईमेल के जवाब में लिखा गया है.

मुख्य सचिव ने पत्र में कहा है कि राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सामान्य बनाने के लिए जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल से मिलने के लिए तैयार है, लेकिन यह मुलाकात सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए निर्देशों के विपरीत नहीं हो सकती है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हमेशा से ही संवाद में रहने के लिए तैयार है.

पत्र में आगे लिखा गया कि जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधिमंडल के साथ एक बैठक गुरुवार शाम को आयोजित की जाएगी. इस बैठक में केवल 15 लोगों का प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा, ताकि सहज विचार-विमर्श हो सके. उन्होंने कहा कि इस बैठक का लाइव टेलीकास्ट नहीं किया जाएगा, लेकिन इसे रिकॉर्ड किया जा सकता है ताकि पारदर्शिता बनी रहे.

मुख्य सचिव ने जूनियर डॉक्टरों से अपने प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों की सूची भेजने का अनुरोध किया था और कहा था कि मुख्यमंत्री उनसे मिलने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा था कि प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को नबन्ना पहुंचने के लिए शाम 4:45 बजे तक का समय दिया गया है.

उल्लेखनीय है कि कोलकाता स्थित आरजी कर मेडिकल कॉलेज में हुई दरिंदगी के बाद से विरोध प्रदर्शन जारी है. इस घटना के बाद से डॉक्टरों ने हड़ताल शुरू कर दी थी और तब से उनका विरोध-प्रदर्शन जारी है.

पीएसके/एबीएम