भाजपा का मिशन झारखंड, 81 विधानसभा सीटों पर उम्मीदवार तय करने के लिए रायशुमारी संपन्न

रांची, 11 सितंबर . झारखंड में विधानसभा के चुनाव अक्टूबर-नवंबर में संभावित हैं. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने तैयारियां तेज कर दी है. बुधवार को पार्टी ने राज्य की सभी 81 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशियों के चयन के लिए नेताओं-कार्यकर्ताओं के बीच रायशुमारी कराई.

प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में पार्टी की ओर से भेजे गए पर्यवेक्षकों ने कार्यकर्ताओं से उम्मीदवारी के लिए उनके तीन पसंदीदा नेताओं के नाम लिखित रूप से मांगे. इन पर्चियों के आधार पर हर सीट पर तीन संभावित प्रत्याशियों की लिस्ट तैयार कर पार्टी के प्रदेश चुनाव समिति को सौंपी जाएगी और अंतिम रूप से शीर्ष नेतृत्व उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाएगा.

रायशुमारी के दौरान धनबाद, हजारीबाग और पलामू के विश्रामपुर में हंगामे और भाजपा कार्यकर्ताओं के आपसी टकराव की स्थिति सामने आई. धनबाद के बैंक मोड़ भाजपा मंडल में रायशुमारी के लिए वोटिंग के दौरान मौजूदा विधायक राज सिन्हा और भाजपा नेता एलबी सिंह के समर्थक आमने-सामने हो गए. उनके बीच थोड़ी धक्का-मुक्की भी हुई. हालांकि, यहां पर्यवेक्षक के तौर पर आए किसलय तिवारी ने हंगामे की बात से इनकार किया.

उन्होंने कहा कि निर्धारित प्रक्रिया के तहत रायशुमारी संपन्न हो गई है. विश्रामपुर में भी मौजूदा विधायक रामचंद्र चंद्रवंशी और उम्मीदवारी का दावा कर रहे अन्य नेताओं के समर्थकों के बीच जोरदार बहस के बीच हंगामा हुआ. हजारीबाग में पूर्व सांसद गीता कोड़ा और सुमित सिंह की उपस्थिति में कराई गई रायशुमारी के दौरान भी कई कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया. हालांकि, गीता कोड़ा ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई. पार्टी के अंदर उठने वाले हर मसले उचित फोरम पर सुलझा लिए जाते हैं. राज्य की बाकी सीटों पर शांतिपूर्ण तरीके से रायशुमारी करा लिए जाने की सूचना है.

पार्टी सूत्रों के अनुसार, इसी हफ्ते पार्टी की प्रदेश चुनाव समिति की बैठक में रायशुमारी में सामने आए नामों पर चर्चा होगी और इसके बाद यह समिति अपनी अनुशंसा के साथ लिस्ट केंद्रीय चुनाव समिति को अग्रसारित कर देगी. इस बीच 15 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जमशेदपुर में कार्यक्रम होने वाला है. यहां वह करोड़ों की विकास और कल्याणकारी योजनाओं की सौगात देंगे.

इसके बाद 21 सितंबर को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झारखंड आएंगे और पार्टी की ओर से राज्यव्यापी परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करेंगे. इन दोनों शीर्ष नेताओं के झारखंड दौरे के साथ ही राज्य में भाजपा का चुनावी अभियान तेज हो जाएगा.

एसएनसी/एबीएम