पाकिस्तानी संसद में हंगामा, ‘अपमानजनक भाषा ‘ के इस्तेमाल पर पीटीआई सीनेटर फलक नाज दो दिन के लिए निलंबित

इस्लामाबाद, 11 सितंबर . पाकिस्तानी संसद के उच्च सदन सीनेट में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ. स्थिति इतनी गंभीर हो गई कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) की सीनेटर फलक नाज को दो दिन के लिए सत्र से निलंबित कर दिया गया. वरिष्ठ नेता फैसल वावदा के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करने के आरोप में उनके खिलाफ कार्रवाई की गई.

पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ की रिपोर्ट के अनुसार दोनों नेताओं के बीच हालिया राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर गरमागरम बहस हुई.

रिपोर्ट के मुताबिक टकराव तब शुरू हुआ जब सीनेटर वावदा ने पीटीआई नेतृत्व की तीखी आलोचना की. उन्होंने विशेष रूप से पार्टी के संस्थापक इमरान खान और खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर पर निशाना साधा. वावदा ने आरोप लगाया कि पीटीआई देश को बांटने का काम कर रही है.

उन्होंने दावा किया कि इमरान खान को पत्रकार अरशद शरीफ की हत्या की साजिश के बारे में पहले से जानकारी थी. वावदा ने जरुरत पड़ने पर सबूत देने की भी बात कही. इस दौरान सीनेटर फलक नाज और पीटीआई के अन्य सदस्यों ने वावदा की टिप्पणी का विरोध करना शुरू कर दिया.

‘डॉन’ की रिपोर्ट के मुताबिक नाज को वावदा पर चिल्लाते हुए देखा गया. इससे सदन में और अधिक विवाद पैदा हो गया. वहीं, वावदा ने पीटीआई की आंतरिक राजनीति की आलोचना करते हुए पलटवार किया.

सीनेट के अध्यक्ष यूसुफ रजा गिलानी ने हस्तक्षेप करते हुए नाज से अपने व्यवहार के लिए माफी मांगने को कहा. हालांकि, पीटीआई सीनेटर ने ऐसा करने से इनकार कर दिया. इस पर गिलानी ने उन्हें दो दिन के लिए निलंबित करने की घोषणा की. इसके बाद दोनों पक्षों के सदस्यों ने नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया.

पीपीपी की शेरी रहमान और अन्य सीनेटर ने माहौल को शांत करने की कोशिश की. लेकिन, हंगामा जारी रहा. इसके बाद अध्यक्ष ने नाज की सदस्यता को दो दिन के लिए निलंबित करने का फैसला सुनाया. इसके साथ ही गुरुवार दोपहर तक बैठक स्थगित करने की घोषणा कर दी.

एमके/एबीएम