चेन्नई, 8 सितंबर . तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के.स्टालिन प्रदेश में निवेश को बढ़ाने के लिए अमेरिका की यात्रा पर हैं. उन्होंने वहां पर तमिल परिवारों से साल में एक बार अपने मातृ राज्य तमिलनाडु का दौरा करने की अपील की.
शिकागो में तमिल प्रवासियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए स्टालिन ने उनसे अपील किया कि वे अपने बच्चों के साथ साल में एक बार राज्य का दौरा करें और उन्हें तमिल इतिहास और संस्कृति का प्रतीक संग्रहालय दिखाएं तथा शिवगलाई, कोरकाई, परुनाई और कीलाडी ले जाएं.
उन्होंने तमिल प्रवासियों से यह भी कहा कि वे अपने बच्चों को बताएं कि उनके परिवार का एक सदस्य तमिलनाडु का मुख्यमंत्री था, जिसका नाम मुथुवेल करुणानिधि स्टालिन था.
उन्होंने उनसे तमिल गौरव और सम्मान के साथ रहने का आग्रह किया.
स्टालिन ने कहा, “आप अपने टैलेंट के कारण उंचे पदों पर पहुंचे हैं. तमिल लोग कुएं के मेंढक नहीं हैं.” ये लोग अत्यधिक प्रतिभाशाली हैं और उन्होंने अपनी प्रतिभा के कारण अंतरराष्ट्रीय क्षेत्र में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है.
स्टालिन ने कहा, तमिलनाडु सरकार का द्रविड़ मॉडल दुनिया भर में रहने वाले तमिल लोगों के लिए एक सुरक्षा कवच है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार गैर-निवासी तमिल विभाग के माध्यम से विदेश में रहने वाले तमिल लोगों की समस्याओं का समाधान कर रही है.
उन्होंने कहा, तमिलनाडु की सरकार डीएमके की नहीं, बल्कि तमिल जाति की सरकार है. केवल तमिलों में ही सभी को एकजुट करने और जाति और धार्मिक मतभेदों को दूर करने की ताकत है.
कीलाडी पुरातात्विक खुदाई का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि तमिल समाज 4,000 साल पहले भी एक विकसित समाज था. भारतीय उपमहाद्वीप का इतिहास अब तमिल परिदृश्य से ही लिखा जाएगा.
गौरतलब है कि 27 अगस्त को शुरू हुई अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान स्टालिन ने सैन फ्रांसिस्को और शिकागो में तमिल प्रवासियों को संबोधित किया.
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