ओडिशा में मनाया गया फसल उत्सव ‘नुआखाई’

भुवनेश्वर, 8 सितंबर . ‘नुआखाई’ ओडिशा राज्य का वार्षिक फसल उत्सव है. यह त्यौहार रविवार को पश्चिमी ओडिशा में पारंपरिक धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया गया.

यह वार्षिक उत्सव मौसम की नई फसलों की कटाई का प्रतीक है. इसमें लोग अपने इष्टदेवों और पूर्वजों को ‘नबन्ना (मौसम की पहली कटी हुई चावल की फसल)’ अर्पित करते हैं. देवताओं को यह प्रसाद ‘लग्न’ और ‘तिथि’ पर चढ़ाया जाता है. यह राज्य के पश्चिमी भाग का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार है.

परंपरा के अनुसार, रविवार को सुबह 9.12 से 9.27 बजे के बीच संबलपुर की अधिष्ठात्री देवी समलेश्वरी को नवान्न का भोग लगाया गया. बलांगीर में देवी पटनेश्वरी और कालाहांडी में मणिकेश्वरी तथा अन्य स्थानों पर भी नवान्न का भोग लगाया गया.

इस अवसर पर परिवार के सभी सदस्य एकत्रित होते हैं और नई कटी हुई फसलों से बने व्यंजनों का आनंद लेते हैं. इस त्यौहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा ‘जुहार भेट’ अनुष्ठान है. इसमें दोस्तों, रिश्तेदारों और शुभचिंतकों के साथ शुभकामनाओं का आदान-प्रदान होता है. लोग अपने बड़ों को ‘नुआखाई जुहार’ कहकर उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, “मैं सभी देशवासियों, विशेषकर ओडिशा के लोगों को नुआखाई की हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं. नुआखाई हमारे कृषि आधारित जीवन का एक महान त्योहार है. यह देश के किसानों के प्रति आभार व्यक्त करने का भी एक अवसर है. मेरी कामना है कि यह त्योहार सभी के जीवन में खुशियां और समृद्धि लेकर आए.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और अन्य ने नुआखाई त्योहार के अवसर पर ओडिशा के लोगों को शुभकामनाएं दीं.

पीएम मोदी ने अपने एक्स हैंडल पर लिखा, “नुआखाई जुहार! नुआखाई के विशेष अवसर पर मेरी शुभकामनाएं. हम अपने मेहनती किसानों के प्रति आभार व्यक्त करते हैं और हमारे समाज के लिए उनके प्रयासों की सराहना करते हैं. सभी को खुशी और अच्छे स्वास्थ्य का आशीर्वाद मिले.”

सीएम मोहन माझी ने भी लोगों को सुख और समृद्धि की कामना करते हुए शुभकामनाएं दीं. सीएम माझी ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री प्रधान और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ संबलपुर में देवी समलेश्वरी के दर्शन किए.

आरके/