कांग्रेस जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों के साथ क्यों खड़ी है? : सुधांशु त्रिवेदी

नई दिल्ली, 7 सितंबर . भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर शनिवार को से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस से सवाल किया कि वह अलगाववाद वाले लोगों के साथ क्यों खड़ी है?

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के पूर्व सहयोगी और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने जो बयान दिया है, उसने कांग्रेस और इंडी गठबंधन के खौफनाक इरादों को जनता के सामने रख दिया है. अगर उमर अब्दुल्ला ऐसा बयान देते हैं कि अफजल गुरु को फांसी देने के लायक वो केस नहीं समझते हैं, तो इसको लेकर कांग्रेस से सवाल करना चाहिए कि उनके कार्यकाल में जांच एजेंसियों ने जो किया वो गलत था क्या? दूसरा सवाल कांग्रेस पार्टी से ये पूछना चाहता हूं कि उनके समय में सुप्रीम कोर्ट ने अफजल गुरु को फांसी देने का निर्णय दिया था, क्या वो गलत था?

उन्होंने कहा कि देशवासियों को याद दिला दूं कि सुप्रीम कोर्ट ने अफजल गुरु को लेकर टिप्पणी की थी कि उसका अपराध गंभीर से गंभीर है. इससे साफ हो जाता है कि राजनीति के स्वार्थ में कांग्रेस गलत तत्वों के हाथ में है. हमें लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी से जवाब चाहिए कि कांग्रेस पार्टी अलगाववादियों के साथ क्यों खड़ी है?

भाजपा ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के मद्देनजर अपना घोषणा पत्र जारी किया था. इस मौके पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा था कि “यहां अब तक जितनी भी पार्टियां सत्ता में रहीं, उन्होंने सिर्फ और सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति और लोगों के हितों पर कुठाराघात करने का काम किया है.”

बता दें कि जम्मू-कश्मीर में मतदान तीन चरणों में होंगे, पहले चरण के लिए मतदान 18 सितंबर, दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और अंतिम चरण के लिए 1 अक्टूबर को होगा. चुनाव परिणाम 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे.

चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में 90 निर्वाचन क्षेत्रों में 87.09 लाख मतदाता हैं. इनमें 42.6 लाख महिलाएं हैं. यहां पहली बार वोट देने वाले युवा मतदाताओं की संख्या 3.71 लाख है जबकि कुल मिलाकर 20.7 लाख युवा मतदाता हैं, जिनकी आयु 20 से 29 वर्ष के बीच है.

एससीएच/जीकेटी