बीजिंग, 7 सितंबर . शिक्षा और सांस्कृतिक विरासत संरक्षण पर चीन-अफ्रीका-यूनेस्को सहयोग संवाद 6 सितंबर को चीन की राजधानी पेइचिंग में शुरू हुआ. इसमें चीन, अफ्रीका और यूनेस्को के प्रमुख नेता शामिल हुए. चीनी उप प्रधानमंत्री तिंग श्वेशांग ने उद्घाटन समारोह में भाग लिया, और चीन और अफ्रीका के बीच शैक्षिक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने के महत्व को रेखांकित किया.
अपने भाषण में, उप प्रधानमंत्री तिंग ने इस बात पर जोर दिया कि शिक्षा और संस्कृति में सहयोग लंबे समय से चली आ रही चीन-अफ्रीका साझेदारी का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग के नेतृत्व में, चीन-अफ्रीका मानविकी सहयोग योजना और विभिन्न क्षमता निर्माण परियोजनाओं जैसी पहलों ने इन क्षेत्रों में सहयोग को काफी बढ़ावा दिया है. उन्होंने कहा कि ये प्रयास दोनों क्षेत्रों के लिए ठोस लाभ दे रहे हैं.
तिंग ने शैक्षिक सहयोग का विस्तार करने, सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ाने और आधुनिकीकरण प्रयासों का समर्थन करने के लिए अफ्रीकी देशों और यूनेस्को के साथ मिलकर काम करने की चीन की प्रतिबद्धता को भी दोहराया. उन्होंने सहयोग के इस नए युग में साझा भविष्य वाले समुदाय को बढ़ावा देने पर जोर दिया.
अफ्रीका के नेताओं ने भी इन भावनाओं को दोहराया. मध्य अफ्रीकी राष्ट्रपति, कोटे डी आइवर कॉनेट के उपाध्यक्ष, मॉरीशस के उपराष्ट्रपति और यूनेस्को के शिक्षा के सहायक महानिदेशक सभी ने सहयोग को गहरा करने की अपनी तत्परता व्यक्त की. उन्होंने सांस्कृतिक विरासत की रक्षा और शैक्षिक विकास को आगे बढ़ाने के लिए संयुक्त प्रयासों की संभावना पर प्रकाश डाला, जिससे अफ्रीकी और चीनी दोनों समुदायों को लाभ होगा.
(साभार-चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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