नई दिल्ली, 7 सितंबर . कांग्रेस लीडर और सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो शेयर करते हुए यात्रा के अपने अनुभव को साझा किया है. राहुल गांधी ने इसको भारत माता का सच्चा प्रतिनिधि भी बताया.
राहुल गांधी ने ‘एक्स’ पर शेयर वीडियो के बारे में पोस्ट के जरिए लिखा, “भारत जोड़ो यात्रा ने मुझे मौन की खूबसूरती के बारे में सिखाया है. जयकारों और नारों के बीच, मैंने शोर को नजरअंदाज कर बगल में बैठे व्यक्ति पर ध्यान केंद्रित करने की शक्ति पाई. इन 145 दिनों में, और तब से दो सालों तक, मैंने अलग-अलग पृष्ठभूमियों से आए हजारों भारतीयों को सुना. हर आवाज में कोई न कोई ज्ञान था, जिसने मुझे कुछ नया सिखाया, और हर आवाज हमारी प्यारी भारत माता का प्रतिनिधित्व कर रही थी.
“यात्रा ने यह साबित किया कि भारतीय लोग स्वभाव से ही प्रेम करने वाले हैं. जब मैंने इस यात्रा की शुरुआत की, तो मैंने कहा था कि प्रेम नफरत पर जीत हासिल करेगा और उम्मीद डर को मात देगी. आज भी हमारा मिशन वही है – यह सुनिश्चित करना कि भारत माता की आवाज, प्रेम की आवाज, हमारे प्यारे देश के हर कोने तक पहुंचे.”
इसके अलावा कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी ‘एक्स’ सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट किया, “भारत जोड़ो यात्रा एक ऐतिहासिक जन-आंदोलन है, जो समाज को एकजुट करने का पर्याय बन गया है. राहुल गांधी और हमारे भारत जोड़ो यात्रियों ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल जो दूरी तय की, उससे करोड़ों लोगों के दिलों में प्रेमभाव, आपसी सौहार्द और बंधुत्व की अभूतपूर्व जन-चेतना जागृत हुई.
“भारत जोड़ो यात्रा की दूसरी वर्षगांठ के अवसर पर मैं देशवासियों से केवल इतनी ही अपील करता हूं कि संविधान और लोकतंत्र को संजोए रखने का संघर्ष जारी रखें. आर्थिक असमानताओं, महंगाई, बेरोजगारी, सामाजिक अन्याय, संविधान के विध्वंस, सत्ता के केंद्रीकरण के वास्तविक मुद्दों पर हमारा संघर्ष जारी है. न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के हमारे संवैधानिक मूल्यों को सुरक्षित रखने का संकल्प और मजबूत होना चाहिए. नफ़रत और विभाजन के एजेंडे को हम कामयाब नहीं होने देंगे. मोहब्बत और इंसानियत की जीत निश्चित है.”
उन्होंने आगे लिखा कि, कांग्रेस पार्टी थमेगी नहीं, रुकेगी नहीं. भारत माता की आवाज, हमारी आवाज है.
मालूम हो कि, राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक 3,570 किलोमीटर की अपनी यह यात्रा पूरी की थी.
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एएस