सोनीपत, 5 सितंबर . पेरिस पैरालंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीतने वाले धर्मबीर की पत्नी ज्योति बेहद खुश हैं. उन्होंने कहा, घर से जाते वक्त वह कहकर गए थे, बेटे के लिए गोल्ड मेडल लेकर आऊंगा.
ज्योति ने कहा, ”जो उन्होंने वादा किया, उसे निभाया है. उन्होंने मेडल जीतने के लिए दिन रात मेहनत की है. मैदान से वह रात को 11 बजे लौटते थे. इस दौरान उन्होंने बारिश-धूप की परवाह नहीं की. बस कड़ी मेहनत करते गए. ज्योति ने कहा, ”गेम शुरू होने से दो घंटे पहले मैंने धर्मबीर से बात की थी. मैंने उन्हें हौसला दिया था कि ज्यादा सोचने की जरुरत नहीं है. बस अपना फोकस खेल पर क्रेंदित रखना. मेडल जीतने के बाद मेरी उनसे बात हुई. वह बेहद खुश थे.”
ज्योति ने बताया कि 2 जून 2012 को नहर में तैरने के दौरान उन्हें चोट लगी थी. पानी कम होने की वजह से उनकी रीढ़ की हड्डी टूट गई थी. ज्योति ने कहा कि यह मेडल धर्मबीर के गुरु को समर्पित है. 7 सितंबर को वह दिल्ली पहुंच रहे हैं. उनके स्वागत के लिए तैयारी हो रही है. उनके लिए मिठाईयां बनवाई जाएंगी, क्योंकि उन्हें खाने में मीठा पसंद है.
बता दें कि सोनीपत के भदाना गांव के धर्मबीर नैन ने क्लब थ्रो इवेंट में गोल्ड मेडल जीता है.
धर्मबीर की मां ने कहा, ”बेटे ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में गोल्ड मेडल जीता है. बेटे की इस सफलता से मैं बेहद ही खुश हूं. परिवार और गांव के लोग खुश हैं. पेरिस जाने से पहले कह कर गया था कि गोल्ड लेकर आऊंगा, उसने अपने वादे को निभाया है. हम सभी खुश हैं. उसने गोल्ड मेडल जीतने के लिए कड़ी तपस्या की है. वह दिन रात मेहनत करता था.”
बता दें की गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रचने वाले घर्मबीर की शुरुआत ठीक नहीं थी. मैच देखने वाले लोगों को लग नहीं रहा था धर्मबीर गोल्ड जीत सकता है. क्योंकि, शुरू के चार थ्रो फाउल कर दिए थे. लेकिन, पांचवें प्रयास में उन्होंने इतिहास रच दिया. एफ51 के इवेंट में 34.92 मीटर का थ्रो करते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
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डीकेएम/आरआर