बिहार में लगातार बढ़ रही आपराधिक घटनाएं, सीएम आवास में बैठे हैं कई अपराधी : तेजस्वी यादव

पटना, 4 सितंबर . बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव राज्य में बढ़ते अपराध के मुद्दे पर एक बार फिर मुखर नजर आ रहे हैं. फेसबुक के माध्यम से उन्होंने अपराधों के आंकड़े जारी कर सरकार को घेरा है.

तेजस्वी यादव का कहना है कि बिहार में अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं और इसके लिए सरकार पूरी तरह से जिम्मेदार है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पीड़ित परिवारों से मिलने की जहमत नहीं उठाती है, हम लगातार इस बात को उठाते आए हैं. उन्होंने कहा कि वह खुद लगातार पीड़ितों से मिल रहे हैं और उनकी समस्याओं को उठा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि सरकार से कानून-व्यवस्था नहीं संभल रहा है.

‘लालू यादव से शासन में अपराधियों को मुख्यमंत्री आवास से कंट्रोल किया जाता था’, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि यह सब बेकार की बातें हैं और यह सब सिर्फ कहानियां हैं. उन्होंने पूछा कि क्या कोई सबूत है? उन्होंने आरोप लगाया कि यह सब सिर्फ इधर का उधर, उधर का इधर करने का खेल है, और यह लोग सत्ता में बैठे हुए हैं.

उन्होंने सवाल किया कि ये लोग क्यों नहीं न्याय दिला पा रहे हैं? उन्होंने कहा कि बिहार में अपराधियों को पकड़ने का काम किया जा रहा है, लेकिन अपराधी कहां हैं? उन्होंने आरोप लगाया कि कई अपराधी भाजपा नेता और उनके साथ बैठे हुए लोग हैं. हमने कई बार फोटो भी दिखाने का काम किया है, जैसे कि बालिका गृह कांड में शामिल लोग कौन थे और किसके साथ बैठकर मौज-मस्ती करते थे.

उन्होंने गंभीर आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री आवास में कई अपराधी बैठे हुए हैं, हमने उनकी तस्वीरें सार्वजनिक की हैं. उन्होंने कहा कि यह सब बेकार की बातें हैं और उन्हें बोलने के लिए कुछ नहीं बचा है, लेकिन वर्तमान स्थिति बहुत भयावह और चिंताजनक हो चुकी है. सत्ता में बैठे लोग अपराधियों को संरक्षण दे रहे हैं और उन्हें बचा रहे हैं. इसे तत्काल सुधारने की जरूरत है.

पार्टी की बैठक के बारे में पूछे जाने पर तेजस्वी यादव ने कहा कि यह हमारी पार्टी की बैठक है. बैठक तो सभी पार्टियों में समय-समय पर चलती रहती हैं. उन्होंने कहा कि यह कोई असामान्य बात नहीं है और सभी राजनीतिक दलों में बैठकें होती रहती हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि हमारी पार्टी में भी बैठकें होती रहती हैं, जिसमें हम अपने राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर चर्चा करते हैं और अपनी रणनीति तैयार करते हैं.

पीएसके/एबीएम