बंदर सेरी बेगावान (ब्रुनेई), 3 सितंबर . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ‘उमर अली सैफुद्दीन मस्जिद’ का दौरा किया. यह इस क्षेत्र की प्रतिष्ठित इमारतों में से एक है. इसका नाम ब्रुनेई के 28वें सुल्तान के नाम पर रखा गया है. उन्हें आधुनिक ब्रुनेई का वास्तुकार भी कहा जाता है. वे वर्तमान सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के पिता भी हैं.
अपनी यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री मोदी ने स्थानीय अधिकारियों, विद्वानों और भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत की.
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने भारतीय प्रवासियों द्वारा किए गए भव्य स्वागत के बीच ब्रुनेई में भारतीय उच्चायोग के नए कार्यालय का उद्घाटन किया. यह कार्यालय जालान डूटा डिप्लोमैटिक एन्क्लेव में बना है. यह बंदर सेरी बेगवान में अमेरिकी दूतावास के निकट है.
इस अवसर पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल और विदेश मंत्री (ईएएम) एस. जयशंकर भी मौजूद थे. प्रधानमंत्री ने दीप प्रज्वलित कर एक पट्टिका का अनावरण किया.
पीएम मोदी ने ब्रुनेई में भारतीय समुदाय के योगदान की सराहना की. समुदाय ने दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु के रूप में काम किया हैऔर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत किया है.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा, “चांसरी परिसर भारतीयता की गहरी भावना को दर्शाता है. इसमें पारंपरिक रूपांकनों और हरे-भरे वृक्षाें को लगाया गया है. सुरुचिपूर्ण क्लैडिंग और टिकाऊ कोटा पत्थर इसके सौंदर्य आकर्षण को और बढ़ाते हैं, जो क्लासिक और समकालीन तत्वों को मिश्रित करता है. यह डिज़ाइन न केवल भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत की याद दिलाता है, बल्कि एक शांत और आकर्षक वातावरण भी बनाता है.”
प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार दोपहर बंदर सेरी बेगवान हवाई अड्डे पर पहुंचे, जहां उन्होंने ब्रुनेई दारुस्सलाम की अपनी दो दिवसीय यात्रा शुरू की.
सुल्तान हाजी हसनल बोल्किया के निमंत्रण पर किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा दक्षिण-पूर्वी एशियाई देश की पहली द्विपक्षीय यात्रा है. प्रधानमंत्री की यह ऐतिहासिक यात्रा भारत और ब्रुनेई के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 40वीं वर्षगांठ के अवसर पर हो रही है. प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर प्रधानमंत्री कार्यालय में ब्रुनेई के क्राउन प्रिंस और वरिष्ठ मंत्री प्रिंस हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
पीएम मोदी ने अपने आगमन के बाद एक्स पर पोस्ट किया, “ब्रुनेई दारुस्सलाम में उतरा. हमारे देशों के बीच मजबूत संबंधों, खासकर वाणिज्यिक और सांस्कृतिक संबंधों को बढ़ावा देने की उम्मीद है. मैं क्राउन प्रिंस हिज रॉयल हाइनेस प्रिंस हाजी अल-मुहतादी बिल्लाह को हवाई अड्डे पर स्वागत करने के लिए धन्यवाद देता हूं.”
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एससीएच/