पंजाबी कलाकार गुरप्रीत घुग्गी ने कंगना की फिल्‍म ‘इमरजेंसी’ को बताया ‘एजेंडा’

नई दिल्ली, 3 सितंबर . बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्‍म ‘इमरजेंसी’ को सेंसर सर्टिफिकेट ना मिलने के कारण फिल्‍म की रिलीज को रोक दिया गया है. इस पर पंजाबी इंडस्‍ट्री के मशहूर कलाकार गुरप्रीत घुग्गी का बयान सामने आया है. उन्‍होंने कहा कि किसी भी फिल्‍म को एजेंडे के साथ नहीं बनाया जाना चाहिए.

अपनी अपकमिंग फिल्‍म ‘अरदास सरबत दे भले दी’ के प्रमोशन के लिए दिल्‍ली आए गुरप्रीत ने पत्रकारों से बात की. उनके साथ फिल्‍म की स्‍टार कास्‍ट गिप्पी ग्रेवाल और जैस्मीन भसीन की मौजूद थीं.

मीडिया से बातचीत के दौरान गुरप्रीत ने ‘इमरजेंसी’ के बारे में खुलकर बात की. बता दें कि बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत की अपकमिंग फिल्‍म ‘इमरजेंसी’ को सेंसर सर्टिफिकेट ना मिलने के कारण फिल्‍म की रिलीज को रोक दिया गया है. यह फिल्‍म 6 सितंबर को रिलीज होने वाली थी.

पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने ‘इमरजेंसी’ के खिलाफ दायर याचिका का भी निपटारा कर दिया है. याचिकाकर्ताओं में से एक ने कहा था कि फिल्म में ऐसे दृश्य हैं जो सिखों की भावनाओं को ठेस पहुंचाएंगे.

याचिकाकर्ताओं ने केंद्र सरकार और सीबीएफसी को फिल्म का प्रमाणपत्र रद्द करने और ‘आपत्तिजनक’ दृश्यों को हटाने या हटाने के निर्देश देने की मांग की है. उन्होंने अदालत से यह भी अनुरोध किया कि फिल्म की समीक्षा सिख बुद्धिजीवियों वाले एक विशेषज्ञ पैनल द्वारा की जानी चाहिए.

उसी के बारे में बोलते हुए गुरप्रीत ने कहा, ‘इमरजेंसी’ फिल्म जिसको लेकर ऐतराज जताया जा रहा है, उस पर मेरा कहना है कि हम भी मनोरंजन के लिए फिल्म बनाते हैं, लेकिन इसमें मैं कोई एजेंडा लेकर आऊंगा तो वो गलत बात होगी.”

उन्होंने आगे कहा, “सिनेमा का दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए. जो मुझे ठीक लगता है वो सिनेमा है तो ये गलत बात है. खासकर जब आपके पास ऐतिहासिक तथ्य न हों, आपकी रिसर्च कम हो, जानकारी कम हो, तो फिर उसके लिए दर्शक और धार्मिक संस्थाएं जिम्मेदार नहीं हैं.”

आगे उन्होंने कहा, ”मैंने ट्रेलर में देखा है कि उसमें कुछ ऐसी चीजें हैं, जिस पर ऐतराज होना लाजमी है. मुझे संदेह है कि वह पिक्चर रिलीज हो जाएगी.”

फिल्‍म ‘अरदास सरबत दे भले दी’ कलाकारों के जीवन और संघर्षों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो उनके द्वारा उठाए गए बोझ को दिखाती है.

कहानी अरदास की महत्ता को दर्शाती है, जो यह दिखाता है कि भक्ति में कितनी ताकत होती है. भक्ति जीवन की कई चुनौतियों का समाधान कर सकती है. फिल्म गिप्पी द्वारा लिखित और निर्देशित है.

इसमें प्रिंस कंवलजीत सिंह, मलकीत रौनी और रघवीर बोली भी हैं.

‘अरदास सरबत दे भले दी’ का निर्माण गिप्पी, रवनीत कौर ग्रेवाल, ज्योति देशपांडे, कुमार मंगत पाठक, अभिषेक पाठक और दिव्य धमीजा ने किया है.

यह 13 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी.

एमकेएस/जीकेटी